पीएम की अपीलः ‘एकता का महाकुंभ’ के साथ अपलोड करें सेल्फी

योगी ने संभाली ‘कुंभ का संदेश, एक हो पूरा देश’ अभियान की कमान

-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ के 117वें एपिसोड में की ‘महाकुम्भ-2025’ की चर्चा

लखनऊ । सनातन संस्कृति के सबसे बड़े समागम महाकुम्भ का आयोजन प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी के मध्य होने जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के ‘महाकुंभ का संदेश, एक हो पूरा देश’ का साकार रूप में देने में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जुटे हुए हैं।

दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ के 117वें एपिसोड में ‘महाकुम्भ-2025’ की दिव्यता, भव्यता की चर्चा की। उन्होंने देशवासियों को बताया कि संगम तट पर जबरदस्त तैयारियां चल रही हैं। कुछ दिन पहले जब प्रयागराज गया था तो हेलीकाप्टर से पूरा कुम्भ क्षेत्र देखकर मन प्रसन्न हो गया। इतना विशाल, इतना सुन्दर, इतनी भव्यता। प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर कम शब्दों में कहें तो ‘महाकुंभ का संदेश, एक हो पूरा देश’ और दूसरे तरीके से कहूंगा ‘गंगा की अविरल धारा, न बंटे समाज हमारा’। इस अपील के साथ प्रधानमंत्री ने देश-दुनिया के श्रद्धालुओं को महाकुम्भ में आमंत्रित भी किया।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में महाकुम्भ की तैयारियां अंतिम चरण में चल रही हैं। 2019 कुम्भ की अपेक्षा महाकुम्भ में मेला क्षेत्र से लेकर श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं में व्यापक विस्तार किया गया है। महाकुम्भ के जरिए ‘एक हो पूरा देश’ अभियान की कमान स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभाली है। वे दिसंबर माह में चार बार प्रयागराज पहुंचे और यहां के कार्यों का अवलोकन किया।

विश्व में कहीं और नहीं दिखता ‘अनेकता में एकता’ का ऐसा दृश्य

‘मन की बात में’ प्रधानमंत्री ने कहा कि महाकुम्भ की विशेषता केवल इसकी विशालता में ही नहीं, बल्कि इसकी विविधता में भी है। इस आयोजन में करोड़ों लोग एक साथ एकत्र होते हैं। लाखों संत, हजारों परंपराएं, सैकड़ों संप्रदाय, अनेक अखाड़े इसका हिस्सा बनते हैं। कहीं कोई भेदभाव नहीं दिखता है। यहां कोई बड़ा-छोटा नहीं होता। ‘अनेकता में एकता’ का ऐसा दृश्य विश्व में कहीं और देखने को नहीं मिलेगा। इसलिए हमारा कुम्भ ‘एकता का महाकुम्भ’ भी होता है। इस बार का महाकुम्भ भी एकता के महाकुम्भ के मंत्र को सशक्त करेगा। पीएम ने अपील की कि जब हम कुम्भ में शामिल हों तो एकता के इस संकल्प को अपने साथ लेकर वापस आएं और समाज में विभाजन-विद्वेष के भाव को नष्ट करने का संकल्प भी लें।

डिजिटल महाकुम्भ के साक्षी बनेंगे श्रद्धालु

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बार प्रयागराज में देश-दुनिया के श्रद्धालु डिजिटल महाकुम्भ के भी साक्षी बनेंगे। डिजिटल नेविगेशन की मदद से आगंतुकों को अलग-अलग घाट, मंदिर, साधुओं के अखाड़े तक पहुंचने का रास्ता मिलेगा, यही नहीं नेविगेशन सिस्टम पार्किंग तक पहुंचने में भी मदद करेगा। पहली बार कुम्भ आयोजन में एआई चैटबॉट का प्रयोग होगा। इसके माध्यम से 11 भारतीय भाषाओं में कुम्भ से जुड़ी हर जानकारी हासिल की जा सकेगी। इस चैट बॉट से टेक्स्ट टाइप करके या बोलकर किसी भी तरह की मदद मांग सकते हैं। मेला क्षेत्र को एआई पावर्ड कैमरा से कवर किया जा रहा है। कुम्भ में कोई बिछड़ जाएगा तो इन कैमरों से उन्हें खोजने में भी मदद मिलेगी। श्रद्धालुओं को डिजिटल लॉस्ट एंड फाउंड सेंटर की सुविधा भी मिलेगी। श्रद्धालुओं को मोबाइल पर गवर्नमेंट अप्रूव्ड टूर पैकेजेस ठहरने की जगह और होम स्टे के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। प्रधानमंत्री ने सभी आगंतुकों से अपील की कि महाकुम्भ में जाएं तो इन सुविधाओं का लाभ अवश्य उठाएं और एकता का महाकुंभ के साथ सेल्फी जरूर अपलोड करें।

मुख्यमंत्री व उनके मंत्री दे रहे आमंत्रण

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं आगंतुकों को महाकुम्भ का आमंत्रण दे रहे हैं। दिल्ली में शनिवार को मुख्यमंत्री ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, स्वास्थ्य मंत्री-भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, मिजोरम के राज्यपाल जनरल वीके सिंह से मिलकर उन्हें आमंत्रित किया है। इसके साथ ही योगी सरकार के मंत्रियों ने अन्य राज्यों में पहुंचकर मुख्यमंत्रियों, राज्यपाल व अन्य गणमान्य लोगों को महाकुम्भ में आमंत्रित किया है।

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