
कनानैस्किस, कनाडा। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कनाडा यात्रा सफल रही। उनका अगला पड़ाव क्रोएशिया होगा। प्रधानमंत्री मोदी कनाडा की दो दिवसीय यात्रा पूरी कर यहां से क्रोएशिया के लिए रवाना हुए हैं। भारत के विदेश मंत्रालय ने एक्स पर लिखा, ”प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कनाडा की बहुत ही उत्पादक यात्रा संपन्न की। जी-7 शिखर सम्मेलन में ऊर्जा सुरक्षा, प्रौद्योगिकी और नवाचार जैसे वैश्विक संदर्भ में प्रमुख मुद्दों पर सार्थक चर्चा की। कई नेताओं से मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की। उनका अगला पड़ाव- क्रोएशिया।”
विदेश मंत्रालय के अनुसार, कनाडा के कनानैस्किस में जी-7 आउटरीच सत्र में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “दुर्भाग्य से ग्लोबल साउथ के देश अनिश्चितता और संघर्षों से सबसे अधिक पीड़ित हैं। वे खाद्य, ईंधन, उर्वरक और वित्त से संबंधित संकटों से सबसे पहले प्रभावित होते हैं। भारत ग्लोबल साउथ की प्राथमिकताओं और चिंताओं को विश्व मंच पर लाना अपनी जिम्मेदारी समझता है।”
आतंकवाद मानवता का दुश्मन
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “एक तरफ हम अपनी पसंद के आधार पर सभी तरह के प्रतिबंध लगाने में तत्पर रहते हैं। दूसरी तरफ आतंकवाद का खुलकर समर्थन करने वाले देशों को पुरस्कृत किया जाता है।” उन्होंने कहा कि “आतंकवाद मानवता का दुश्मन है। यह उन सभी देशों के खिलाफ है जो लोकतांत्रिक मूल्यों को बनाए रखते हैं। वैश्विक शांति और समृद्धि के लिए, हमारे विचार और नीतियां स्पष्ट होनी चाहिए। अगर कोई देश आतंकवाद का समर्थन करता है, तो उसे इसकी कीमत चुकानी होगी।”
कनाडा-भारत नए उच्चायुक्तों को नामित करने पर सहमत
इस यात्रा की खास उपलब्धि यह है कि भारत और कनाडा ने पूर्ण राजनयिक सेवाएं फिर से शुरू करने पर सहमति जताई। जल्द ही नए उच्चायुक्तों को नामित करने की घोषणा की है। इससे दोनों देशों के रिश्तों पर जमी बर्फ पिघलेगी। यह तनाव कनाडा के उन आरोपों से शुरू हुआ था कि 2023 में कनाडा में एक गुरुद्वारे के बाहर आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट शामिल थे। भारत ने इन आरोपों को खारिज कर कड़े उपाय शुरू किए थे।
मार्क कार्नी ने जारी की विज्ञप्ति
कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, कनाडा के अल्बर्टा प्रांत के कनानैस्किस में जी-7 नेताओं के शिखर सम्मेलन में उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत की। विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस दौरान दोनों नेताओं ने दोनों देशों में नागरिकों और व्यवसायों को नियमित सेवाएं वापस देने के उद्देश्य से नए उच्चायुक्तों को नामित करने पर सहमति जताई है।
कनाडा-भारत संबंधों के महत्व की पुष्टि
प्रधानमंत्री कार्नी और प्रधानमंत्री मोदी ने आपसी सम्मान, कानून के शासन और संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सिद्धांत के प्रति प्रतिबद्धता के आधार पर कनाडा-भारत संबंधों के महत्व की पुष्टि की। उन्होंने अपने लोगों के बीच मजबूत और ऐतिहासिक संबंधों, इंडो-पैसिफिक में साझेदारी और कनाडा और भारत के बीच महत्वपूर्ण वाणिज्यिक संबंधों पर चर्चा की – जिसमें आर्थिक विकास, आपूर्ति श्रृंखला और ऊर्जा परिवर्तन में साझेदारी शामिल है, विज्ञप्ति में कहा गया है। प्रधानमंत्री कार्नी ने जी-7 एजेंडे पर प्राथमिकताओं को भी उठाया, जिसमें अंतरराष्ट्रीय अपराध और दमन, सुरक्षा और नियम-आधारित व्यवस्था शामिल है।