आज नागपुर के बाद छत्तीसगढ़ जाएंगे पीएम मोदी : रेल, सड़क और आवास की देंगे सौगात

बिलासपुर। देश के पीएम मोदी 30 मार्च (आज) को छत्तीसगढ़ दौरे पर बिलासपुर के ग्राम मोहभट्ठा में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी 33,700 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे व शुभारम्भ कर राष्ट्र को समर्पित करेंगे।

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में पीएम मोदी 30 सितंबर 2023 को पहुंचे थे और तत्कालीन कांग्रेस सरकार को अऊर नहीं सहिबो, बदल के रहिबो…’, के नारे के साथ उखाड़ फेंकने की बात कही थी। पीएम मोदी ने जनता को कहा था कि आपका सपना मेरा संकल्प है। जनता के सपनों को पूरा करने की मेरी गारंटी है। जिसके बाद प्रदेश की सत्ता भाजपा के पास आई और एक बार फिर मोदी बिलासपुर की धरा में आ रहे हैं।

पीएम मोदी छत्तीसगढ़ में विशेष रूप से आदिवासी और औद्योगिक क्षेत्रों में कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए कई रेल और सड़क परियोजनाओं के विकास पर विशेष ध्यान देने और शिक्षा के बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने के लिए राज्य के 29 जिलों में 130 पीएम श्री स्कूल समर्पित करेंगे। वहीं सबके लिए आवास के सपने को साकार करते हुए, प्रधानमंत्री आवास योजना – ग्रामीण (पीएमएवाई-जी) के तहत 3 लाख लाभार्थियों का गृह प्रवेश होगा।

बिलासपुर जिले के ग्राम मोहभट्ठा में महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और भूमिपूजन करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी वायुसेना के विमान द्वारा दोपहर 2:30 बजे रायपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे। रायपुर एयरपोर्ट से 2:35 बजे हेलिकॉप्टर के माध्यम से बिलासपुर के मोहभट्ठा के लिए प्रस्थान करेंगे और दोपहर 3: 30 बजे सभास्थल पहुंचकर 3:30 से 4:30 बजे तक विभिन्न परियोजनाओं के भूमि पूजन तथा लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल होंगे। कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री 4:45 बजे मोहभट्ठा हेलीपैड से रायपुर के लिए प्रस्थान करेंगे और शाम 5:25 बजे रायपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे। इसके पश्चात वे 5:30 बजे दिल्ली के लिए वायुसेना के विमान से रवाना होंगे।

इस भव्य कार्यक्रम में पीएम मोदी 33,700 करोड़ रुपये से अधिक की विद्युत, तेल और गैस, रेल, सड़क, शिक्षा एवं आवास क्षेत्रों से संबंधित कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और राष्ट्र को समर्पित करेंगे। बिलासपुर जिले में स्थित एनटीपीसी की सीपत सुपर थर्मल पावर परियोजना चरण- तृतीय की आधारशिला रखेंगे, जिसकी लागत 9,790 करोड़ रुपये से अधिक है। यह पिट हेड परियोजना उच्च बिजली उत्पादन दक्षता के साथ अत्याधुनिक अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल तकनीक पर आधारित है। वह छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी लिमिटेड (सीएसपीजीसीएल) की 15,800 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली पहली सुपर क्रिटिकल थर्मल पावर परियोजना (2X660एमडब्ल्यू) के कार्य की शुरुआत करेंगे। पश्चिमी क्षेत्र विस्तार योजना (डब्ल्यूआरईएस) के तहत 560 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली पावरग्रिड की तीन विद्युत पारेषण परियोजनाओं को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे।

वहीं भारत के शुद्ध-शून्य कार्बन उत्सर्जन लक्ष्यों, वायु प्रदूषण में कमी लाने और स्वच्छ ऊर्जा समाधान प्रदान करने के अनुरूप, प्रधानमंत्री कोरिया, सूरजपुर, बलरामपुर और सरगुजा जिलों में भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) की सिटी गैस वितरण (सीजीडी) परियोजना की आधारशिला रखेंगे। इसमें 200 किलोमीटर से अधिक हाई प्रेशर पाइपलाइन और 800 किलोमीटर से अधिक एमडीपीई (मीडियम डेंसिटी पॉलीइथिलीन) पाइपलाइन और 1,285 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई सीएनजी डिस्पेंसिंग आउटलेट शामिल हैं। वह हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) की 540 किलोमीटर लंबी विशाख-रायपुर पाइपलाइन (वीआरपीएल) परियोजना की भी आधारशिला रखेंगे, जिसकी लागत 2210 करोड़ रुपये से अधिक होगी। इस बहुउत्पाद (पेट्रोल, डीजल, केरोसिन) पाइपलाइन की क्षमता 3 मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष से अधिक होगी।

क्षेत्र में कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित करते हुए, प्रधानमंत्री 108 किलोमीटर की कुल लंबाई वाली सात रेलवे परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और 2,690 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली 111 किलोमीटर की कुल लंबाई वाली तीन रेलवे परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। वह मंदिर हसौद के माध्यम से अभनपुर-रायपुर खंड में मेमू ट्रेन सेवा को हरी झंडी दिखाएंगे। छत्तीसगढ़ में भारतीय रेलवे के रेल नेटवर्क के 100 प्रतिशत विद्युतीकरण को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे। ये परियोजनाएं भीड़भाड़ को कम करेंगी, कनेक्टिविटी में सुधार करेंगी और पूरे क्षेत्र में सामाजिक तथा आर्थिक विकास को बढ़ावा देंगी।

छत्तीसगढ़ में सड़क के बुनियादी ढांचे को बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री एनएच-930 (37 किलोमीटर) के झलमला से शेरपार खंड और एनएच-43 (75 किलोमीटर) के अंबिकापुर-पत्थलगांव खंड को 2 लेन में अपग्रेड करके राष्ट्र को समर्पित करेंगे। प्रधानमंत्री एनएच-130डी (47.5 किमी) के कोंडागांव-नारायणपुर खंड को 2 लेन में अपग्रेड करने की आधारशिला भी रखेंगे। 1,270 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली ये परियोजनाएं आदिवासी और औद्योगिक क्षेत्रों तक पहुंच में उल्लेखनीय सुधार लाएगी जिससे क्षेत्र का समग्र विकास होगा। राज्य के 29 जिलों में 130 पीएम श्री स्कूल और रायपुर में विद्या समीक्षा केंद्र (वीएसके) शामिल हैं।

पीएम स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया योजना के तहत 130 स्कूलों को अपग्रेड किया जाएगा। ये स्कूल अच्छी तरह से संरचित बुनियादी ढांचे, स्मार्ट बोर्ड, आधुनिक प्रयोगशालाओं और पुस्तकालयों के माध्यम से उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करने में मदद करेंगे। रायपुर में वीएसके विभिन्न शिक्षा संबंधी सरकारी योजनाओं की ऑनलाइन निगरानी और डेटा विश्लेषण को सक्षम करेगा।

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