
New Delhi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शनिवार को गुजरात के नर्मदा जिले में धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती समारोह और राष्ट्रीय स्तर के जनजातीय गौरव दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। यह दौरा न केवल आदिवासी समुदायों के सशक्तिकरण का प्रतीक बनेगा, बल्कि 9,700 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास से गुजरात के 14 आदिवासी जिलों को नई ऊंचाई प्रदान करेगा।
पीएम मोदी का यह दौरा ‘विरासत भी, विकास भी’ के मंत्र को साकार करता हुआ दिखाई देगा, जहां स्वतंत्रता संग्राम के नायक बिरसा मुंडा की स्मृति को समर्पित कार्यक्रमों के साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचा और कनेक्टिविटी पर जोर दिया जाएगा।
बिरसा मुंडा, जिन्हें ‘धरती आबा’ के नाम से जाना जाता है, झारखंड के मुंडा जनजाति के एक क्रांतिकारी नेता थे, जिन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ ‘उलगुलान’ विद्रोह का नेतृत्व किया। 1875 में जन्मे बिरसा ने आदिवासी अधिकारों और भूमि सुधार के लिए संघर्ष किया, और उनकी शहादत ने लाखों आदिवासियों को प्रेरित किया। 2021 से 15 नवंबर को राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जा रहा है, और इस वर्ष 2025 को बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती वर्ष के रूप में चिह्नित किया गया है। गुजरात सरकार ने 1 नवंबर से 15 नवंबर तक राज्यव्यापी कार्यक्रम आयोजित किए, जिसमें जनजातीय गौरव रथ यात्रा (उमरगाम से एकता नगर और अंबाजी से एकता नगर तक) शामिल रही।
इस यात्रा में 82 स्वास्थ्य शिविर, 51 सेवा सेतु कैंप और 2,500 से अधिक स्थानों पर स्वच्छता अभियान चले। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में एकता नगर में 1 नवंबर को बिरसा मुंडा पर एक दिवसीय कोलोक्वियम भी आयोजित हुआ, और शनिवार शाम को उनके जीवन पर एक विशेष नाट्य प्रस्तुति होगी।
नर्मदा में व्यस्त कार्यक्रम: देवमोगरा मंदिर से डेडियापाड़ा तक
पीएम मोदी का दिन दोपहर 12:45 बजे नर्मदा जिले के प्राचीन देवमोगरा मंदिर से शुरू होगा, जहां वे पूजा-अर्चना और दर्शन करेंगे। यह मंदिर आदिवासी संस्कृति और एकता का प्रतीक है। उसके बाद लगभग 2:45 बजे वे डेडियापाड़ा पहुंचेंगे, जहां बिरसा मुंडा की जयंती पर एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे। यहां राष्ट्रीय स्तर का समारोह होगा, जिसे 23 तालुकाओं में लाइव प्रसारित किया जाएगा।
कार्यक्रम में गुजरात के अलावा अन्य राज्यों के आदिवासी प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।
इस अवसर पर पीएम मोदी प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महाअभियान (पीएम-जनमन) और धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान (डीए-जगुआ) के तहत निर्मित एक लाख घरों का गृह प्रवेश करेंगे। ये घर आदिवासी परिवारों को सुरक्षित आश्रय प्रदान करेंगे, जो गरीबी रेखा से नीचे के विशेष पिछड़े जनजातीय समूहों (PVTGs) के लिए केंद्रित हैं। इसके अलावा, 10,000 परिवारों को नल से जल कनेक्शन और 228 बहुउद्देशीय केंद्र प्रदान किए जाएंगे। शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा कदम होगा 42 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों (ईएमआरएस) का उद्घाटन, जो 1,900 करोड़ रुपये की लागत से बने हैं। ये स्कूल आदिवासी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देंगे। पीएम असम के डिब्रूगढ़ मेडिकल कॉलेज में एक क्षमता केंद्र और मणिपुर के इंफाल में आदिवासी संस्कृति संरक्षण के लिए जनजातीय अनुसंधान संस्थान भवन का भी उद्घाटन करेंगे।
कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए पीएम 14 आदिवासी जिलों में 250 नई बसों को हरी झंडी दिखाएंगे, 748 किलोमीटर नई सड़कों की आधारशिला रखेंगे और डीए-जगुआ के तहत 14 आदिवासी बहु-उत्पादन विपणन केंद्र (टीएमएमसी) शुरू करेंगे। ये केंद्र स्थानीय उत्पादों के विपणन और आर्थिक सशक्तिकरण में मदद करेंगे। सबसे महत्वपूर्ण, 2,320 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से 50 नए एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों की नींव रखी जाएगी, जो आदिवासी शिक्षा क्रांति लाएंगे।
सूरत में बुलेट ट्रेन का मील का पत्थर: प्रगति समीक्षा
सुबह लगभग 10 बजे पीएम मोदी सूरत के निर्माणाधीन बुलेट ट्रेन स्टेशन का दौरा करेंगे और मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर (एमएएचएसआर) की प्रगति की समीक्षा करेंगे। यह भारत की सबसे महत्वाकांक्षी इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजना है, जो जापान के सहयोग से विकसित हो रही है। 508 किलोमीटर लंबा यह कॉरिडोर गुजरात (352 किमी), दादरा व नगर हवेली और महाराष्ट्र (156 किमी) से गुजरेगा, जो साबरमती, अहमदाबाद, आणंद, वडोदरा, भरूच, सूरत, बिलिमोरा, वापी, बोईसर, विरार, ठाणे और मुंबई को जोड़ेगा।
स्टेशन का डिजाइन सूरत के हीरे उद्योग से प्रेरित है, जिसमें विशाल वेटिंग लाउंज, रेस्टोरम, रिटेल आउटलेट्स और सूरत मेट्रो, सिटी बस तथा भारतीय रेल नेटवर्क से एकीकृत कनेक्टिविटी होगी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार, सूरत-बिलिमोरा का 47 किमी खंड 2027 तक चालू हो जाएगा, जबकि 2028 तक ठाणे-अहमदाबाद और 2029 तक पूरा कॉरिडोर। इससे मुंबई-अहमदाबाद की यात्रा 2 घंटे 7 मिनट में हो जाएगी, जो व्यापार, पर्यटन और आर्थिक विकास को गति देगी। अब तक 326 किमी से अधिक ऊंचे पुल (वायडक्ट) का कार्य पूरा हो चुका है।
19 नवंबर को पीएम किसान की 21वीं किस्त: किसानों को 2,000 रुपये की राहत
पीएम मोदी का गुजरात दौरा समाप्त होने के चार दिन बाद, 19 नवंबर को वे प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम किसान) की 21वीं किस्त जारी करेंगे। दोपहर 2 बजे होने वाले इस कार्यक्रम में पात्र किसान परिवारों को सालाना 6,000 रुपये (तीन किश्तों में 2,000-2,000) की सहायता मिलेगी। 24 फरवरी 2019 को शुरू हुई यह योजना दुनिया की सबसे बड़ी डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) योजना है, जिसके तहत अब तक 20 किश्तों में 11 करोड़ से अधिक किसान परिवारों को 3.70 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा वितरित हो चुके हैं।
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि लाभ केवल उन किसानों को मिलेगा जिनकी भूमि विवरण पीएम किसान पोर्टल पर सीडेड हो, बैंक खाते आधार से लिंक हों और ई-केवाईसी पूरा हो। विशेष सत्यापन अभियान चलाकर सभी योग्य किसानों को शामिल किया जा रहा है। यह राशि खेती के साधनों, शिक्षा, स्वास्थ्य और विवाह जैसे खर्चों में मदद करेगी। पीएम किसान मोबाइल ऐप के माध्यम से डिजिटल पहुंच सुनिश्चित की गई है।
पीएम मोदी का यह दौरा आदिवासी सशक्तिकरण, इंफ्रास्ट्रक्चर क्रांति और किसान कल्याण के संकल्प को मजबूत करेगा, जो ‘विकसित भारत@2047’ के सपने को साकार करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। दुनिया भर के आदिवासी समुदायों और किसानों की नजरें इन पहलों पर टिकी हैं।














