
वाराणसी। सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद शासन ने कार्रवाई करते हुए नौ आईएएस अधिकारियों के तबादले किए हैं। इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गहरी चिंता व्यक्त की थी और स्थानीय पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए थे। घटना के बाद डीसीपी चंद्रकांत मीणा को उनके पद से हटाकर डीजीपी मुख्यालय भेज दिया गया है।
इस मामले में 19 साल की युवती के साथ 23 युवकों द्वारा दुष्कर्म किए जाने का आरोप है, जो एक सप्ताह में विभिन्न स्थानों पर हुआ। युवती ने 6 अप्रैल को थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने 12 नामजद और 11 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया। जानकारी के अनुसार, पुलिस ने कई होटलों और हुक्का बार में छापेमारी कर 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि 10 अन्य की तलाश जारी है।
प्रधानमंत्री मोदी ने 11 अप्रैल को वाराणसी दौरे के दौरान इस मामले की जानकारी ली और पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल से कार्रवाई के बारे में पूछा। उन्होंने देखा कि सभी नामजद आरोपियों को जेल भेजा गया है। युवती के साथ हुई अत्याचार की इस घिनौनी घटना ने शासन के ध्यान को आकर्षित किया और इसके परिणामस्वरूप अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई।
इसी के तहत, पीएन सिंह को गन्ना आयुक्त के पद से हटा दिया गया है, और बी. चंद्रकला को पंचायती राज विभाग से मुक्त कर दिया गया है। समीर वर्मा को महानिरीक्षक निबंधन का पद दिया गया है, जबकि अन्य अधिकारियों के भी तबादले हुए हैं। इस घटना और उसके बाद की कार्रवाइयों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि शासन सुरक्षा और न्याय का गंभीरता से पालन करने के लिए तत्पर है।