PM Modi PS Nidhi Tiwari : कैसे होता है प्रधानमंत्री के पर्सनल सेक्रेटरी का चुनाव?

PM Modi PS Nidhi Tiwari : प्रधानमंत्री की व्यक्तिगत सचिव (पर्सनल सेक्रेटरी) का चुनाव आमतौर पर एक प्रशासनिक प्रक्रिया के माध्यम से होता है। यह सचिव एक उच्च स्तरीय IAS (भारतीय प्रशासनिक सेवा) अधिकारी हो सकते हैं या किसी अन्य प्रबंधन या प्रशासनिक सेवा से संबंधित व्यक्ति भी हो सकते हैं।

भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) की अधिकारी निधि तिवारी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर्सनल सेक्रेटरी चुना गया है। डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल एंड ट्रेनिंग की ओर से जारी आदेश में बताय गया है कि, निधि तिवारी को पीएम मोदी का निजी सचिव नियुक्त कर दिया गया है। निधि तिवारी 2014 बैच की भारतीय विदेश सेवा (IFS) की अधिकारी हैं। वह प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में ही काम कर रही थीं। निधि तिवारी पीएमओ में डिप्टी सेक्रेटरी के पद पर तैनात थीं।

कैसे होता है प्रधानमंत्री के पर्सनल सेक्रेटरी का चुनाव

क्या आप जानते हैं कि देश के प्रधानमंत्री के पर्सनल सेक्रेटरी का चुनाव किस आधार पर किया जाता है। पीएम के पर्सनल सेक्ट्ररी की नियुक्ती के लिए विभिन्न चरण का अनुपालन किया जाता है।

  1. भर्ती प्रक्रिया: प्रधानमंत्री की पर्सनल सेक्रेटरी आमतौर पर भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) या अन्य संबंधित सेवाओं से आती हैं। इन्हें केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों या विभागों में अनुभव होना आवश्यक होता है। भर्ती प्रक्रिया में आमतौर पर एक चयन समिति होती है, जिसमें वरिष्ठ अधिकारी शामिल होते हैं।
  2. चयऩ प्रक्रिया: एक बार जब उम्मीदवारों की पहचान हो जाती है, तो उनकी योग्यता, अनुभव और कौशल को ध्यान में रखते हुए चयन किया जाता है। इसमें इंटरव्यू, पिछले अनुभवों का मूल्यांकन, और कभी-कभी रियासत या कार्यप्रभाव भी शामिल हो सकते हैं।
  3. पदस्थापना: चयनित अधिकारी को प्रधानमंत्री की पर्सनल सेक्रेटरी के रूप में नियुक्त किया जाता है। यह नियुक्ति उसके पिछली सेवा और प्रदर्शन के आधार पर होती है। प्रधानमंत्री की पर्सनल सेक्रेटरी का कार्य प्रधानमंत्री के साथ निकटता से काम करना और उन्हें विभिन्न मुद्दों पर सलाह देना होता है।
  4. कार्य की प्रकृति: पर्सनल सेक्रेटरी प्रधानमंत्री की मदद करने के लिए विभिन्न कार्य करती हैं। इसमें बैठकें आयोजित करना, प्रधानमंत्री के कार्यक्रमों का समन्वय करना, मीडिया से संपर्क रखना, और विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के बीच समन्वय स्थापित करना शामिल है।
  5. रिपोर्टिंग: पर्सनल सेक्रेटरी सीधे प्रधानमंत्री को रिपोर्ट करती हैं, और उनके आदेशों का पालन करती हैं। उन्हें प्रधानमंत्री के कामकाज के प्रति संवेदनशील और सतर्क रहना पड़ता है, ताकि वरिष्ठ नेता के समय का सही और प्रभावी उपयोग हो सके।
  6. प्रशासनिक सहयोग: पर्सनल सेक्रेटरी अन्य सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ मिलकर काम करती हैं, ताकि प्रधानमंत्री को त्वरित और सटीक जानकारी उपलब्ध कराई जा सके।

प्रधानमंत्री के पर्सनल सेक्रेटरी की जिम्मेदारियां

पीएम की व्यक्तिगत सचिव उनके लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेने में सहायता करती हैं और विभिन्न मुद्दों पर जानकारी प्रदान करती हैं।

सचिव पीएम के दिन के कार्यक्रम को निर्धारित करती हैं, जिसमें बैठकें, कार्यशालाएँ और अन्य महत्वपूर्ण कार्यक्रम शामिल होते हैं।

विभिन्न विभागों और मंत्रालयों के बीच समन्वय स्थापित करना, ताकि पीएम के कार्य प्रभावी और सुचारू रूप से हो सकें।

PMO के अन्य कर्मचारियों और अधिकारियों के साथ दिन-प्रतिदिन के प्रशासनिक कार्यों के संचालन में सहयोग करना।

पीएम द्वारा दी गई सूचनाओं को एकत्रित करना और उनके निर्णयों का कार्यान्वयन सुनिश्चित करना।

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