
अदीस अबाबा, इथियोपिया। भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि इथियोपिया का भारत से दो हजार साल पुराना रिश्ता है। दोनों देशों ने द्विपक्षीय संबंधों को रणनीतिक साझेदारी तक ले जाने का फैसला किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने इथियोपिया की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि भारत और इथियोपिया की जलवायु और भावना दोनों में गर्मजोशी है।
उन्होंने कहा, ”भारतीय कंपनियां इथियोपिया में सबसे बड़े निवेशकों में से हैं। उन्होंने अलग-अलग सेक्टरों में पांच बिलियन डॉलर से अधिक का निवेश किया है। 75000 से अधिक नौकरी पैदा की हैं। हमने भारत-इथियोपिया द्विपक्षीय संबंधों को रणनीतिक साझेदारी तक ले जाने का फैसला किया है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने इथियोपिया की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा, “भारत और इथियोपिया की जलवायु और भावना, दोनों में गर्मजोशी है। लगभग 2000 साल पहले हमारे पूर्वजों ने बड़े समुद्रों के पार रिश्ते बनाए थे। हिंद महासागर के पार व्यापारी मसालों और सोने के साथ यात्रा करते थे, लेकिन उन्होंने सिर्फ सामान का ही व्यापार नहीं किया। उन्होंने विचारों और जीवनशैली का भी आदान-प्रदान किया। अदीस और धोलेरा जैसे बंदरगाह सिर्फ व्यापार केंद्र नहीं थे, बल्कि सभ्यताओं के बीच पुल थे। आधुनिक समय में, हमारे रिश्ते एक नए युग में प्रवेश करते हैं, जब 1941 में भारतीय सैनिकों ने इथियोपिया की आजादी के लिए इथियोपियाई लोगों के साथ मिलकर लड़ाई लड़ी।”
प्रधानमंत्री मोदी ने इथियोपिया की संसद की तारीफ करते हुए कहा, “इस शानदार बिल्डिंग में आपके कानून बनते हैं। यहीं लोगों की सहमति राज्य की मर्जी बनती है और जब राज्य की मर्जी लोगों की सहमति से मिलती है, तो परियोजनाओं का पहिया आगे बढ़ता है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपना भाषण पूरा करने के बाद इथियोपियाई संसद के सदस्यों से मुलाकात की।
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