kajal soni
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अपना पहला पॉडकास्ट जारी किया, जिसमें उन्होंने अपनी व्यक्तिगत और राजनीतिक यात्रा के बारे में खुलकर बात की। इस पॉडकास्ट में पीएम मोदी ने अपने अनुभव, कामकाजी शैली और जीवन के कुछ अहम पहलुओं पर चर्चा की। उन्होंने यह भी कहा कि वह कोई देवता नहीं हैं और उनके भी इंसान होने के नाते गलतियां होती हैं।
पीएम मोदी ने पॉडकास्ट के दौरान कहा, “मैं कोई देवता नहीं हूं। मैं भी एक इंसान हूं और गलतियां मुझसे भी होती हैं।” उन्होंने इस बयान से यह स्पष्ट किया कि राजनीति और प्रशासन में उनके द्वारा किए गए निर्णयों और कार्यों को आलोचना का सामना करना पड़ता है, और कभी-कभी उन्हें अपनी गलतियों को स्वीकार करना भी पड़ता है। इस दौरान उन्होंने अपनी टीम की भूमिका की सराहना की और बताया कि किसी भी फैसले के पीछे एक टीम का सामूहिक योगदान होता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने पॉडकास्ट में अपनी ज़िंदगी के कई महत्वपूर्ण मोड़ों को साझा किया, जिनमें उनका प्रधानमंत्री बनने का सफर और देश की सेवा के प्रति उनका समर्पण शामिल था। उन्होंने बताया कि उनकी प्रेरणा और कार्यों की दिशा हमेशा देशहित और जनकल्याण रही है। मोदी ने यह भी कहा कि उनके लिए असफलताओं से भी बहुत कुछ सीखने को मिलता है और वह निरंतर सीखने के लिए तैयार रहते हैं।
इस पॉडकास्ट के बाद सोशल मीडिया पर इस पर प्रतिक्रियाएं भी तेज़ी से आईं। लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी की ईमानदारी और आत्ममूल्यांकन की सराहना की। यह पॉडकास्ट राजनीति से परे व्यक्तिगत विचारों और अनुभवों को साझा करने का एक अनोखा अवसर था, जो दर्शकों के बीच जुड़ाव बढ़ाने में सफल रहा।