
भास्कर ब्यूरो
गजरौला , पीलीभीत। सरकार द्वारा लगातार जनता से सीधा संवाद कर उनकी समस्या का निराकरण कराने को अधिकारियों को निर्देशित किया गया है उसी के चलते पीलीभीत उप जिलाधिकारी (एसडीएम) सदर ने मरौरी ब्लॉक की ग्राम पंचायत दियुरी और कल्यानपुर नौगवां में चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनी और समस्याओं के समाधान करने के निर्देश दिए।
गजरौला थाना क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय कल्यानपुर नौगवां और उच्च प्राथमिक विद्यालय दियुरी में एसडीएम सदर आशुतोष गुप्ता ने ग्राम चौपाल ‘गांव की समस्या गांव में समाधान’ लगाकर ग्रामीणों की समस्या सुनकर संबंधित विभाग को समाधान के लिए निर्देशित किया। एसडीएम ने कहा गांव के विवादों का गांव में ही आपस में बैठकर निपटारा कर लिया जाए। जिससे कोर्ट कचहरी के चक्कर लगाने से बच जाएंगे और आपस में भाईचारा बना रहेगा। एक-एक कर सभी ग्रामीणों की समस्याओं को सुना गया। ग्रामीणों को समस्याओं के समाधान के प्रति आश्वस्त किया। ग्राम चौपाल में सबसे अधिक राजस्व विभाग से सम्बंधित शिकायते आई। इस मौके पर तहसीलदार सदर अर्ची गुप्ता,नायब तहसीलदार प्रखर सिंह,थानाध्यक्ष गजरौला जगदीप मलिक,हल्का लेखपाल, आंगनबाड़ी,आशा कार्यकत्री ग्राम प्रधान,कृषि विभाग ,ग्रामीण आजीविका मिशन , बाल विकास विभाग,ग्राम विकास विभाग के अधिकारी व कर्मचारी, पूर्ति निरीक्षक ,बीएलओ आदि सहित सैकड़ो ग्रामीण मौजूद रहे।
तालाब की शिकायत का एसडीएम ने किया स्थलीय निरीक्षण
ग्राम चौपाल में पहुंचे सदर एसडीएम आशुतोष गुप्ता ने दियुरी में तालाब में ग्राम प्रधान पति द्वारा जबरन मछलियां पकड़ने की शिकायत पर तालाब पर पहुंचकर स्थलीय जांच की। गांव की ही विमला देवी पत्नी प्रेम कुमार ने ग्राम प्रधान पति युसूफ मदार पर आरोप लगाया कि उसने तालाब में पालतू 10 लाख की पालतू मछलियां जबरन पकड़ ली और जान से मारने की धमकी दे रहा है। एसडीएम सदर ने गजरौला एसओ को आदेशित किया की वीडियो और फोटो में जो मछली मारते हुए लोग दिख रहे उन पर मछलियों की कीमत से 10 गुना भरपाई करते हुए कानूनी कार्रवाई की जाए।
ग्राम चौपाल में एसडीएम ने बटोरी वाहवाही!
एसडीएम सदर आशुतोष गुप्ता अपनी कार्यशैली को लेकर किसाने और ग्रामीणो के बीच चर्चा में बने रहते हैं। किसान भी उनके कसींदे पढ़ने में कोई कोर कसर नहीं रखते। उच्च प्राथमिक विद्यालय दियुरी में आयोजित ग्राम चौपाल में अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए ग्राम प्रधान की ओर से सूक्ष्म जलपान की व्यवस्था की गई। एसडीएम सदर और तहसीलदार ने नाश्ता के पैकेट बच्चों और बुजुर्गों में वितरित कर दिए बस फिर क्या था चारों ओर चर्चाएं होने लगी हर किसी के जुबां पर पर एक ही बात आ रही थी की अधिकारी ऐसे भी होते हैं।