
पीलीभीत। गौशाला में अमृत मिले पशुओं के मामले को जिलाधिकारी ने गंभीरता से लेते हुए तत्काल प्रभाव से पंचायत सचिव को निलंबित करने के निर्देश दिए, इसके अनुपालन में प्रभारी जिला पंचायत राज अधिकारी ने पंचायत सचिव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है और ग्राम प्रधान से लिखित रूप से जवाब मांगा गया है।
विकासखंड मरौरी की ग्राम पंचायत देवीपुरा में गौशाला से तमाम पशुओं के मृत होने की सूचना पर जिलाधिकारी ज्ञानेंद्र सिंह के निर्देश पर उप जिलाधिकारी सदर श्रद्धा सिंह और पशु चिकित्सा अधिकारी ने स्थलीय निरीक्षण किया, जहां ग्राम पंचायत अधिकारी राकेश शर्मा को प्रथम दृष्टि दोषी करार दिया गया।
मृत पशुओं को समुचित व्यवस्था के चलते जमीन में दफन नहीं किया गया और बारिश आने पर गोवंशीय पशु पानी की धार में बहते दिखाई दिए। बड़ी संख्या में पशुओं की मौत होने से हिंदूवादी संगठनों में गौशाला संचालकों के खिलाफ भारी देखा गया।
गोवंशीय पशुओं की दुर्गति का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही अधिकारी हरकत में आए और गौशाला का निरीक्षण किया गया। इसके साथ ही हिंदूवादी संगठन ने अव्यवस्थाओं पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई।
मामले की गंभीरता को समझते हुए जिलाधिकारी ज्ञानेंद्र सिंह के निर्देश पर डॉक्टर प्रदीप कुमार सिंह जिला पंचायत राज अधिकारी ने ग्राम पंचायत अधिकारी राकेश शर्मा पर कार्रवाई करते हुए निलंबित कर दिया, किसके साथ ही ग्राम प्रधान से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है।
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