
- जिलाधिकारी ने कजरी निरंजनपुर गौशाला का किया औचक निरीक्षण, व्यवस्थाओं पर जताई सख्त नाराजगी
पूरनपुर,पीलीभीत। जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह ने रविवार को पूरनपुर विकासखंड अंतर्गत कजरी निरंजनपुर स्थित गौशाला का औचक निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाओं की हकीकत परखने पहुंचे। निरीक्षण के दौरान गौशाला में हरा चारा पूरी तरह नदारद मिला, जिस पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी जताई और तत्काल प्रभाव से ग्राम प्रधान के अधिकार सीज करने के निर्देश जारी कर दिए।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने गौशाला में संरक्षित 228 निराश्रित गौवंशों की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने पशुओं के लिए भूसे, पीने योग्य पानी, स्वच्छता, और कृत्रिम गर्भाधान की व्यवस्थाओं की भी विस्तार से जानकारी ली। गौवंशों की ईयर टैगिंग की स्थिति पर भी पूछताछ की गई।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि गोवंशों के लिए नियमित रूप से हरे चारे की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, अन्यथा संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों की जवाबदेही तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि पशुओं को केवल भूसे के भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता, यह सरासर लापरवाही और अमानवीयता है।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने साफ-सफाई व्यवस्था पर भी विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। गौशाला परिसर की गंदगी और अव्यवस्था पर उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि गौशालाएं सिर्फ कागजों में नहीं, जमीन पर व्यवस्थित दिखनी चाहिएं। इस मौके पर तहसीलदार पूरनपुर, खंड विकास अधिकारी, ग्राम प्रधान समेत अन्य अधिकारी व कर्मचारी भी मौजूद रहे।
पहले भी दिए गए थे कार्रवाई के आदेश, पर तबादले के कारण अधूरी रह गई प्रक्रिया
कजरी निरंजनपुर गौशाला की बदहाली पर पूर्व में भी प्रशासनिक स्तर पर गंभीरता दिखाई गई थी। तत्कालीन जिलाधिकारी ने अनियमितताओं को देखते हुए आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए थे, लेकिन बीच में उनका तबादला हो जाने के कारण प्रक्रिया अधूरी रह गई।
बाद में जब दुबारा शिकायतें आईं, तो वर्तमान जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह ने मौके पर पहुंचकर स्वयं निरीक्षण किया और प्रधान यादविंदर पाल सिंह (सोढ़ी) के अधिकार सीज करने जैसे ठोस कदम उठाए। इस सख्ती से अब जिम्मेदारों की जवाबदेही तय होने की उम्मीद जगी है।
प्रधान खुद को बताता है भाजपा का बड़ा नेता!

[ प्रधान ]
कजरी निरंजनपुर के ग्राम प्रधान यादविंदर पाल सिंह (सोढ़ी) निरीक्षण के दौरान खुद को भारतीय जनता पार्टी का बड़ा और प्रभावशाली नेता बताते रहे। अधिकारियों के समक्ष उन्होंने बार-बार इस बात का उल्लेख किया कि उनका पार्टी में खास स्थान है और ऊपरी स्तर तक उनकी पकड़ है।
हालांकि जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह ने स्पष्ट कर दिया कि पशुओं के जीवन से जुड़ी लापरवाही किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी—चाहे कोई कितनी ही राजनीतिक हैसियत क्यों न दिखाए।