
भास्कर ब्यूरो
पूरनपुर, पीलीभीत। शहर में मुस्लिम समुदाय ने एक सुर में कश्मीर में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। शुक्रवार को जुमे की नमाज़ के बाद शहर की तमाम मस्जिदों में इमामों और नमाज़ियों ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया।
लोगों ने एकजुटता के साथ आतंकवाद के खिलाफ आवाज़ बुलंद की। मस्जिदों से निकलते हुए नमाज़ियों ने दो टूक शब्दों में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद की भर्त्सना की और साफ कहा कि अब हिंदुस्तान चुप नहीं बैठेगा।
मौलाना हाफिज असलम नूरी ने मंच से गरजते हुए कहा, “अगर पाकिस्तान में हाफिज सईद है, तो हिंदुस्तान में हाफिज नूर अहमद अज़हरी भी है। अगर हमारी हुकूमत इजाजत दे, तो हम जैसे लोग हाफिज सईद जैसे आतंकी के चिथड़े उड़ाने के लिए हर वक़्त तैयार हैं। पाकिस्तान यह न समझे कि हिंदुस्तान के मुसलमान खामोश हैं। हम अपने वतन के साथ हैं और रहेंगे। जो हमारे मुल्क पर नज़र उठाएगा, उसे हम मिटा देंगे।”
यह बयान सुनते ही माहौल गूंज उठा- “वंदे मातरम, भारत माता की जय” के नारों से।
हाफिज नाजिम रज़ा, कारी मुनव्वर अली, मौलाना जहीर खान, और शहर के अन्य प्रमुख धर्मगुरुओं और आम नागरिकों ने भी आतंकवाद के खिलाफ संकल्प लिया।
भीड़ में मौजूद युवाओं ने कहा कि भारत अब पुराने दौर में नहीं है, और आतंकवाद का जवाब अब उसी की भाषा में मिलेगा।
ध्यान देने की बात यह है कि यह विरोध प्रदर्शन किसी संगठन या राजनीतिक दल द्वारा आयोजित नहीं किया गया था, बल्कि आम मुसलमानों की आत्मा की पुकार थी, जो आतंक के खिलाफ अपने वतन के साथ खड़ी हुई।
यह संदेश सिर्फ पाकिस्तान के आतंकियों को ही नहीं, बल्कि दुनिया को भी गया है कि भारत का मुसलमान देशद्रोही नहीं, बल्कि देशभक्त है और आतंकवाद के खिलाफ उसके तेवर अब किसी भी सूरत में नरम नहीं होंगे।