
पीलीभीत। बरसात शुरू होने से पहले बाढ़ खंड प्रथम में लाखों रुपए डकारने को खाना पूरी शुरू हो गई है। भ्रष्टाचार इस कदर हावी है कि बाढ़ खंड से पुराने कट्टे भेज कर मरम्मत का काम दर्शाया जा रहा है।
जनपद में प्रतिवर्ष बरसात आने से पहले बाढ़ खंड में राहत एवं बचाव के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च कर दिए जाते हैं, यह सिलसिला बरसों से जारी है। इस साल भी देवहा नदी के बगा पुल पर लाखों रुपए भ्रष्टाचार की शुरुआत हो चुकी है। बाढ़ खंड प्रथम में मरम्मत कार्य के नाम पर बड़ा खेल शुरू हो गया है। यहां पर नदी की पटरी से ही मिट्टी और रेट निकाल कर पुराने कट्टो में भरने की खाना पूरी कराई जा रही है।
खुलेआम लाखों रुपए के भ्रष्टाचार में अधिकारियों का संरक्षण नहीं है बल्कि वह इसमें शामिल होकर योजनाबद्ध तरीके से सरकारी धन को ठिकाने लग रहे हैं। वैसे तो बाढ़ खंड प्रथम में नए पुराने कार्यों की जिम्मेदारी एसडीओ सौरव चौधरी की है, उनके साथ विभागीय अवर अभियंता रक्षपाल दिलीप और हारून भी सरकार से मोटी तनख्वाह पा रहे हैं। मगर खाना पूरी का पूरा काम मजदूरों के हवाले है, जहां न कोई जेई है और ना विभागीय वरिष्ठ अधिकारी।
इतना ही नहीं बताया जा रहा है की मरम्मत कार्य का टेंडर भी अभी तक नहीं हुआ है और मनमाने तरीके से अधिकारी लेबर लगाकर काम चलाओ व्यवस्था के अंतर्गत मरम्मत कर रहे हैं। बाढ़ खंड प्रथम में उल्टी गंगा बहना बताई जा रही है जिसके अंतर्गत पहले मरम्मत के नाम पर लाखों रुपए डकारने की योजनाएं तैयार हैं और उसके बाद फुर्सत में टेंडर निकाले जाएंगे, फिर बंदरबांट होना निश्चित हुआ है।