
पूरनपुर, पीलीभीत। वार्ड नंबर 01 पूरनपुर देहात में हुए खड़ंजा कार्य को लेकर सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया सामने आ रही है। सड़क निर्माण के दावों और शिलापट्ट की चमक के बीच जब हकीकत की तस्वीर सामने आई, तो लोगों ने इसे ‘विकास नहीं, दिखावा’ करार देते हुए तीखा व्यंग्य किया।
फेसबुक पर नदीम खान अज़हरी नामक युवक द्वारा पोस्ट की गई तस्वीरों में एक सरकारी शिलापट्ट के साथ खराब, अधूरी और उबड़-खाबड़ सड़क दिखाई गई। पोस्ट में व्यंग्य करते हुए लिखा गया –
“सड़कें देख मन गदगद हो गया। ऐसा लग रहा है जैसे मार्बल बिछा रखा हो।”
यह लाइन सुनने में तारीफ जैसी लगे, लेकिन फोटो देखकर कोई भी समझ सकता है कि यह सीधी चुटकी है – और उस ‘विकास’ का मजाक उड़ाया जा रहा है जो कागजों में चमकदार दिखता है, लेकिन जमीनी हकीकत में कहीं नजर नहीं आता।
शिलापट्ट के अनुसार यह कार्य पंचायत निधि एवं राज्य वित्त आयोग योजनांतर्गत वित्तीय वर्ष 2024-25 में “वार्ड 57 से डाल सिंह के खेत की ओर खड़ंजा कार्य” के रूप में कराया गया है। इसमें ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि अपूर्व सिंह को ‘विकास पुरुष’ बताते हुए नाम अंकित किया गया है। उनके साथ केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद, मंत्री संजय सिंह गंगवार, विधायक बाबूराम पासवान, और ब्लॉक प्रमुख मानसी सिंह को टैग किया हैं।
लेकिन फेसबुक पोस्ट का व्यंग्य यहीं नहीं रुकता। पोस्ट में कहा गया कि यह वही रास्ता है जहां से वे रोज़ बाइक से गुजरते हैं, लेकिन कभी कोई नई सड़क दिखाई नहीं दी। एक तरह से यह तंज था कि सड़क बनी भी है या नहीं — या सिर्फ शिलापट्ट से विकास की तस्वीर पेश की जा रही है।
इस पोस्ट के वायरल होते ही सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। कई यूज़र्स ने लिखा कि विकास के नाम पर सिर्फ ‘पत्थरबाजी’ हो रही है – यानी पत्थर (शिलापट्ट) लगाकर फोटो खिंचवाने का काम ज्यादा हो रहा है, हकीकत में काम नहीं।
अब तक इस मामले में न ही किसी जनप्रतिनिधि की प्रतिक्रिया आई है और न ही पंचायत विभाग का कोई आधिकारिक पक्ष सामने आया है। लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल होती यह पोस्ट न केवल इस एक निर्माण कार्य बल्कि पूरे ग्रामीण विकास तंत्र की पारदर्शिता पर सवाल उठा रही है।
इंसेट –
ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि ने कहा – मजदूरों से गलती हुई
पूरे मामले को ब्लॉक प्रतिनिधि अपूर्व सिंह ने संज्ञान में लिया है, उन्होंने कहा कि मौके पर जांच पड़ताल की गई तो पता चला कि काम पूरा हुआ है, लेकिन ठेकेदार की लेबर ने शिलापट्ट गलत जगह लगा दिया, उसको ठीक कराया जाना है।