
बिलसंडा, पीलीभीत। पंचायत भवन में बांधे गए पशुओं का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है,जिससे विभाग और सरकार की खूब फजियत हो रही है, जिम्मेदार सब कुछ जानते हुए भी अंजान बने बैठे हुए हैं।
ग्राम पंचायत में आय, जाति, निवास समेत ऑनलाइन कार्यों के लिए ब्लॉक की दौड़ लगाते हैं, ग्रामीणों की दौड़ भाग खत्म करने लिए शासन की ओर से लाखों खर्च कर ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन(ग्राम सचिवालय) का निर्माण करवाया है। इन्हें हाई स्पीड इंटरनेट सेवा से जोड़ने व आलमारी, कंप्यूटर, कुर्सी-मेज आदि की व्यवस्था के लिए लगभग दो लाख रुपए प्रति पंचायत भवन खर्च किया गया है।
पंचायत सहायक की नियुक्ति कर प्रति माह 6000 रुपये मानदेय भी दिया जा रहा है। लापरवाही के चलते ब्लॉक बिलसंडा की ग्राम पंचायत नांद के पंचायत भवन में ताले लटक रहे है और ना ही वहाँ पर कोई सामान रखा गया है,इतना ही नहीं नांद के पंचायत भवन में पशुओं को बांधा जा रहा है।
मंगलवार को नांद का पंचायत भवन बंद रहा। वहीं, पंचायत भवन व इसके आसपास गंदगी फैली हुई है, वहाँ के ग्रामीणों ने बताया कि यहाँ का पंचायत भवन नहीं खुलता है और ना ही कोई यहाँ पर समान रखा गया है, हर रोज ताला लटकता रहता है, पंचायत भवन में पशु बांधे जा रहे हैं। जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते सरकार और विभाग की खूब फजीयत हो रही है, नांद के पंचायत भवन में बांधे हुए पशुओं का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
बिलसंडा, प्रभारी एडीओ पंचायत, इबरार ने कहा कि पंचायत भवन में अगर पशु बांधे जा रहे हैं तो गलत है, इस मामले की जांच कर कार्रवाई कराएंगे।
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