मेरठ। मेडिकल कॉलेज के न्यू एलटी सभागार में बुधवार को पुरुष नसबंदी (एनएसवी) पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले आठ प्रभारी चिकित्सा अधिकारी (एमओआईसी), सात ब्लाक प्रोग्राम मैनेजर (बीपीएम), पांच ब्लाक कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर (बीसीपीएम), चार एएनएम और 15 आशा कार्यकत्रियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डा. संगीता गुप्ता एवं सर्जरी विभाग के प्रोफेसर डा. संजीव ने इन सभी को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारियों व कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डा. संगीता गुप्ता ने कहा- पुरुष नसबंदी के मामले में मेरठ प्रदेश में दूसरे स्थान पर चल रहा है। इसे पहले स्थान पर लाना है। यह कार्य टीम वर्क के रूप में ही पूरा हो सकता है। उन्होंने कहा अधिक से अधिक दंपति को परिवार नियोजन के प्रति जागरूक करने की अभी आवश्यकता है। नसबंदी के मामले में पुरुषों को भी आगे आना होगा। इस मौके पर एमओआईसी किला परीक्षितगढ़, सरूरपुर, रोहटा, हस्तिनापुर, जॉनी, एमओआईसी यूपीएचसी कंकरखेड़ा, मलियाना, जय भीम नगर के साथ बीपीएम, बीसीएमएम को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
इनको किया गया पुरुस्कृत
पुरुष नसबंदी मामले में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाली एएनएम ज्योति, मंजू, जगतपाल, रूबी को सम्मानित किया गया। ज्योति ने 33 पुरुष नसबंदी, मंजू ने 31 पुरुष नसबंदी, जगतपाल ने छह, रूबी ने दो पुरुष नसबंदी कराने में योगदान दिया। इसके अलावा सीएससी परीक्षितगढ़ की आशा के साथ ममता, बबीता, मोनी, सत्तो देवी, स्नेहलता, कृष्णा,बबली,उषा, कविता, संगीता , पूनम, सोनिया, सुदेश कुमारी,निर्मला और संगीता को भी पुरुष नसबंदी में योगदान देने के लिये पुरस्कृत किया गया।