
जोधपुर : फलोदी- मतोड़ा मार्ग पर रविवार की देर शाम हुए भीषण सडक़ हादसे में जोधपुर के सूरसागर स्थित नैनची बाग के रहने वाले 15 लोगों की मौत के बाद आज शहर के एम्स और महात्मा गांधी चिकित्सालय की मोर्चरी में शवों को कार्रवाई के बाद परिजन को सुपुर्दगी का सिलसिला दोपहर में हुआ। इधर राज्य सरकार ने परिवार में तीन मौतों पर 25-25 लाख और एक सदस्य वाले परिवार को दस- दस लाख की आर्थिक सहायता की घोषणा की है। उधर राजस्थान सरकार के शिक्षा (विद्यालयी/संस्कृत) एवं पंचायती राज मंत्री तथा जोधपुर-फलोदी प्रभारी मंत्री मदन दिलावर ने फलोदी-मातोड़ा मार्ग पर हुई सडक़ दुर्घटना में मृतकों के परिवार एवं घायलों के लिए आर्थिक सहायता की घोषणा की। प्रभारी मंत्री दिलावर ने कहा कि शोक की इस घड़ी में राज्य सरकार मृतकों के परिजनों के साथ खड़ी है। उन्होंने मृतकों के परिवार को 10-10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता तथा घायलों को 2-2 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है।
रात में मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठे रिश्तेदार और परिजन :
रविवार की रात में शवों को जोधपुर के एम्स और एमजी हॉस्पिटल लाए जाने के बाद मृतकों के परिजन, रिश्तेदार और माली समाज के लोग अस्पतालों में मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठ गए। वे राज्य सरकार से उचित मुआवजा की मांग कर रहे थे। आज सुबह भी लोग धरने पर बैठे रहे। बाद में सहायता राशि की घोषणा उपरांत परिजन शांत हुए।
दोपहर में शवों को सौंपने का सिलसिला :
अस्पतालों की मोर्चरी में रखे शवों को पोस्टमार्टम कार्रवाई के बाद उनके परिजन- रिश्तेदारों को सौंपने का सिलसिला शुरू हो गया। दोपहर तक सभी शव परिजनों को सुपुर्द कर दिए गए है।
नैनची बाग में पसरा सन्नाटा, शवों के पहुंचने पर चीख पुकार, क्रंदन :
मृतकों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं। सूरसागर के नैनची बाग में रात से ही सन्नाटा और मातम पसरा रहा। आज जब घरों में शवों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हुआ तो चीख पुकार मच गई। रोना और क्रंदन सुनाई दिया। पूरे मौहल्लें में कं्रदन सुनाए दिए।
घरों के बाहर सजाई अर्थियां :
इन सबके बीच में सुबह से ही घरों के बाहर अर्थियां सज गई। शवों के आने के साथ ही अर्थियों को अंतिम संस्कार के लिए रवाना किया गया। सुहागिन महिलाओं की अर्थियों को सुहाग सेज में रवाना किया गया।
मौहल्लें में एंबुलैंस और डॉक्टर लगाए:
हादसे के शिकार परिवार पर पहाड़ टूटने और घर में रोने क्रंदन की स्थित में कईयों की तबीयत ना बिगड़ पाए इसके लिए प्रशासन की तरफ से एंबुलैंस और डॉक्टर को भी लगाया गया, ताकि तबीयत बिगडऩे पर तत्काल ट्रीटमेंट शुरू किया जा सकें।
इनकी हुई थी मौत :
इस भीषण हादसे में दिशा पत्नी उम्मेद, सजन कंवर पत्नी ओमप्रकाश, लता पत्नी छंवरलाल, टीना पत्नी विनोद, उर्मिला पत्नी रामसिंह, मीना पत्नी दीनदयाल, दिव्या पत्नी कार्तिक, मधु पत्नी रविंद्र, प्रणव पुत्र जितेंद्र, गाड़ी का चालक पाल बालाजी अमरावती नगर निवासी फतेहपुरी पुत्र दौलतपुरी, रूद्राक्ष पुत्र राजेंद्र सांखला, सानिया पत्नी दिलीप, खुश सांखला पुत्र रविंद्र सांखला, रामेश्वरी पत्नी मूलाराम एवं गीता पत्नी गोविंद की मृत्यु हो गई थी।
घायलों का उपचार जारी :
हादसे में घायल तारा पत्नी राजेंद्र, गुंजन उर्फ फूलवंती पत्नी उमेश को घायल हुए थे, जिनका एमडीएम अस्पताल में उपचार चल रहा है।
यह है मामला :
बता दें कि बापिणी उपखंड क्षेत्र के मतोड़ा में टेंपो ट्रेवलर खड़े ट्रेलर में घुस गया। हादसे में 15 यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 2 लोग घायल हो गए। टेंपो ट्रेवलर में सवार सभी लोग जोधपुर के सूरसागर से कोलायत में कपिल मुनि के आश्रम में दर्शन करने के लिए गए थे। लौटते समय मतोड़ा थाना क्षेत्र में हादसा हो गया। टक्कर इतनी भीषण थी कि टेंपो ट्रेवलर का आगे का हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। हादसा रविवार की शाम करीब 6.30 बजे भारत माला हाईवे पर हुआ था। सडक़ पर खड़े ट्रेलर में पीछे से टेंपो ट्रेवलर घुस गया।















