PC : बिहार में खलबली…प्रशांत किशोर ने अशोक-सम्राट चौधरी को लेकर किए कई खुलासे…जाने क्या कुछ कहा !

पटना : बिहार चुनाव 2025 से पहले राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीसी) ने भ्रष्टाचार और फंडिंग को लेकर कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं। उनके निशाने पर सिर्फ अशोक चौधरी ही नहीं, बल्कि डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और कुणाल किशोर फैमिली भी हैं। सोमवार को उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर फंडिंग पर उठाए गए सवालों का जवाब दिया और अपनी आय का स्रोत स्पष्ट किया। उन्होंने बताया कि उनके पास पैसा कहां से आता है और इसे कहां खर्च किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी पर गंभीर आरोप भी लगाए।

अशोक चौधरी पर हमले तेज
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी पर हमला तेज किया और वैभव विकास ट्रस्ट की फंडिंग पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जब से अशोक चौधरी की बेटी की सगाई हुई है, तब से ट्रस्ट के पास लगभग ₹100 करोड़ की राशि कहां से आई और इतनी जमीन की खरीददारी कैसे हुई, यह स्पष्ट नहीं है। पीके ने ट्रस्ट के सदस्यों किशोर कुणाल, अनिता कुणाल और जिया लाल आर्य से इस राशि का स्रोत बताने को कहा।

सम्राट चौधरी पर सनसनीखेज खुलासे
प्रशांत किशोर ने कहा कि डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी छह हत्याओं के आरोपी हैं और उन्हें पद से हटाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पार्टी प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर ऐसे व्यक्ति को पद से हटाने की मांग करेगी। पीके ने शिल्पी गौतम मर्डर और रेप केस का भी जिक्र किया और पूछा कि क्या सम्राट चौधरी इस मामले में अभियुक्त थे और क्या उनकी सीबीआई जांच हुई।

अशोक चौधरी की मंत्री पद और फंडिंग पर खुलासा
पीके ने बताया कि जो इंजीनियर पैसा जलाने की घटना में शामिल था, वह अशोक चौधरी का कमीशन पैसा था। यदि अशोक चौधरी इस्तीफा नहीं देते हैं तो उनका घेराव किया जाएगा और उनके राजनीति करने पर रोक लगेगी। उन्होंने चेताया कि पांच दिन में नोटिस वापस नहीं लिया गया तो पांच सौ करोड़ रुपये का मानहानि नोटिस भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि अशोक चौधरी ने 20 हजार करोड़ के कांट्रैक्ट में पांच प्रतिशत की राशि वसूली है।

वैभव विकास ट्रस्ट और संपत्ति की खरीद
प्रशांत किशोर ने खुलासा किया कि ट्रस्ट के तहत 100 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति खरीदी गई है। उन्होंने जिया लाल आर्य, अनिता कुणाल और बिहार के चीफ सेक्रेटरी की सास से पूछा कि इतनी बड़ी राशि कहां से आई और पिछले एक साल में इतनी बड़ी खरीददारी कैसे हुई।

प्रशांत किशोर की फंडिंग और खर्च
पीके ने स्पष्ट किया कि उनके पास पैसा सलाह देने के एवज में आता है। उन्होंने बताया कि 2021-22 में जिन लोगों ने उनसे राय ली, उन्होंने पैसा दिया। तीन साल में 141 करोड़ रुपये फीस के रूप में जमा किए गए, 30 करोड़ GST का भुगतान किया और 20 करोड़ रुपये इनकम टैक्स दिया। उन्होंने व्यक्तिगत रूप से 98 करोड़ रुपये डोनेट किए हैं। पीके ने कहा कि जब तक बिहार का सुधार नहीं होगा, वे विकास के लिए काम करते रहेंगे। नवयुगा कंस्ट्रक्शन ने दो घंटे का सलाह लिया, जिसके लिए उन्होंने 11 करोड़ रुपये लिए।

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