ध्यान दें: गर्मी में आग से बचाव के लिए फायर ब्रिगेड ने दी जरूरी हिदायतें, इन उपायों से टल सकती हैं आगजनी की घटनाएं

झांसी। गर्मी के मौसम को देखते हुए फायर ब्रिगेड मोंठ प्रभारी अनिल कुमार ने तहसील क्षेत्र के लोगों को अग्नि सुरक्षा के उपायों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने आग लगने के संभावित कारणों, आग की प्रकृति और उससे बचाव के तरीकों पर जागरूकता फैलाने के लिए विशेष रूप से किसानों और आम नागरिकों को महत्वपूर्ण सुझाव दिए।

अनिल कुमार ने बताया कि आग तभी लगती है जब गर्मी, ऑक्सीजन और कोई ज्वलनशील पदार्थ आपस में मिलते हैं। यदि आग ठोस पदार्थों में लगी हो, तो उसे पानी से बुझाया जा सकता है, लेकिन यदि आग किसी तरल पदार्थ जैसे तेल में लगी हो, तो उसे पानी से नहीं बुझाना चाहिए। ऐसी स्थिति में झागयुक्त अग्निशामक यंत्र का उपयोग करना अधिक प्रभावी होता है।

-एलपीजी गैस के उपयोग में बरतें सावधानी

फायर ब्रिगेड अधिकारी ने बताया कि एलपीजी गैस सिलेंडर लगभग हर घर में उपयोग किए जाते हैं, लेकिन इनसे आग लगने की घटनाएं भी आम होती हैं। एलपीजी गैस हवा से हल्की होती है और रिसाव होने पर नीचे की ओर फैलती है, जिससे आग लगने की स्थिति में बड़ा हादसा हो सकता है। इससे बचाव के लिए कुछ जरूरी सावधानियां अपनानी चाहिए:

  • गैस पाइप और रेगुलेटर हमेशा आईएसआई मार्क वाले ही उपयोग करें।
  • गैस पाइप को हर छह महीने में बदलें।
  • यदि गैस की गंध महसूस हो, तो घर में किसी भी प्रकार का बिजली बटन ऑन न करें और तुरंत खिड़की-दरवाजे खोल दें।
  • खेतों में आग से बचाव के लिए जरूरी उपाय
  • गर्मी के मौसम में खेतों में आग लगने की घटनाएं अधिक होती हैं। इसको ध्यान में रखते हुए अनिल कुमार ने किसानों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी:
  • यदि खेत के ऊपर से बिजली की लाइन गुजर रही है और उसका उपयोग नहीं हो रहा है, तो उसे बंद करा दें।
  • ट्रांसफार्मर के आसपास की झाड़ियों और घास को हटा दें।
  • बिजली के तारों के नीचे की फसल को पहले काट लें ताकि कोई भी चिंगारी आग का रूप न ले सके।
  • हार्वेस्टर, भूसा मशीन या थ्रेसर चलाते समय कम से कम 20 लीटर पानी अपने पास रखें, ताकि आग लगने की स्थिति में तुरंत उस पर काबू पाया जा सके।

-सावधानी से टल सकती हैं दुर्घटनाएं

महिलाओं को खाना बनाते समय चूल्हे की आग को लापरवाही से इधर-उधर न फेंकने की सलाह दी गई। साथ ही, किसान और मजदूरों को हिदायत दी गई कि वे खेतों के पास बीड़ी, सिगरेट या जलती हुई माचिस की तीली न फेंकें, क्योंकि इससे फसल में आग लगने का खतरा रहता है।

फायर ब्रिगेड अधिकारी ने लोगों से अपील की कि वे आग से बचाव के तरीकों के प्रति जागरूक रहें और अग्निशामक यंत्रों का सही ढंग से उपयोग करना सीखें। उन्होंने कहा कि किसी भी स्थान पर ठहरने से पहले यह जरूर जांच लें कि वहां से बाहर निकलने के लिए दो रास्तों की व्यवस्था है या नहीं। समय रहते सावधानी बरतने से आग को नियंत्रित किया जा सकता है और बड़े हादसों से बचा जा सकता है।

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