पौड़ी: काफी मशक्कत के बाद आया गिरफ्त में, भारी मात्रा में सोने-चांदी के जेवरात बरामद

पौड़ी। पौड़ी में एक के बाद एक चोरी की वारदातों ने पुलिस का सिरदर्द बढ़ा दिया था। बीती 19 जनवरी को थाना थलीसैंण में महेश्वरी देवी ने अपने घर से गहने व बर्तन चोरी किए जाने की तहरीर सौंपी थी। इसके अलावा 26 अप्रैल को थाना रिखणीखाल में सरोजनी देवी ने घर का ताला तोड़कर कीमती सामान व गहने चोरी करने की तहरीर दी थी। पुलिस अभी इन दो मामलों की जांच कर ही रही थी कि 12 मई को रोशनी ने थाना रिखणीखाल में राजकीय प्राथमिक विद्यालय घोटला का ताला तोड़कर सरकारी राशन व नकदी चोरी की तहरीर दर्ज कराई थी।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी लोकेश्वर सिंह ने इन चुनौतीपूर्ण घटनाओं के खुलासे के लिए कई टीमों का गठन किया था। इस क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार जया बलोनी के निर्देशन, अनुज कुमार क्षेत्राधिकारी सदर पौड़ी, विभव सैनी क्षेत्राधिकारी कोटद्वार के पर्यवेक्षण तथा सीआईयू प्रभारी, थानाध्यक्ष रिखणीखाल, थानाध्यक्ष सतपुली व थाना अध्यक्ष थलीसैंण के नेतृत्व में तीन पुलिस टीमों का गठन किया गया। प्रथम टीम द्वारा जनपद में लगातार बाहरी मजदूरों एवं फड़ फेरी वालों का भौतिक सत्यापन किया गया। द्वितीय टीम द्वारा लगभग 500 सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग चेक की गई तथा तृतीय टीम द्वारा सर्विलांस पर कार्य किया गया। गठित टीमों के अथक प्रयासों से पुलिस ने बुधवार को शातिर आरोपी को सिद्धखाल तिराहा रिखणीखाल के पास से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी की पहचान विशन सिंह रावत पुत्र धर्म सिंह रावत निवासी ग्राम मोहनी, पो भवासी, तहसील कोटद्वार, जनपद पौड़ी, हाल निवासी सी-6 सुभाष नग, कोतवाली ज्वालापुर जनपद हरिद्वार के रूप में हुई।

आरोपी ने पूछताछ में बताया कि सभी चोरियों को वह अकेले अंजाम देता था। चोरी करने से पूर्व वह ऐसे घरों को टारगेट करता था, जो कई दिन से बंद थे। दिन में वह उन बंद मकानों की रेकी कर लेता था और रात में उन बंद मकान व स्कूल के ताले तोड़कर चोरी कर लेता था। यही नहीं, आरोपी चोरी के बाद उसी घर में आराम से खाना बनाता था और खाना खाने के पश्चात रात्रि में ही जंगल के रास्ते पैदल चलकर चोरी के माल को छुपा लेता था। इसके बाद वह किसी अन्य गांव में अपना दूसरा शिकार ढूंढता था।

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