फसल मुआवजा घोटाले में पटवारी का निजी सहायक गिरफ्तार, इकोनॉमिक सेल फतेहाबाद की कार्रवाई

फतेहाबाद। करोड़ों रुपये के फसल मुआवजा घोटाले के मामले में इकोनॉमिक सेल फतेहाबाद ने एक ओर आरोपी को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए युवक की पहचान गांव बड़ोपल निवासी सुन्दर उर्फ बिल्ला पुत्र हंसराज के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से 63 हजार नकद बरामद किए गए हैं। इससे पहले इसी मामले में चार अन्य आरोपियों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।

बुधवार को इकोनॉमिक सेल फतेहाबाद के प्रभारी निरीक्षक संदीप सिंह ने बताया कि जांच के दौरान यह तथ्य सामने आया कि गांव बड़ोपल के पटवारी एवं उसके निजी सहायकों ने कानूनगो, नायब तहसीलदार/तहसीलदार के साथ मिलीभगत कर फर्जी मुआवजा क्लेम तैयार किए और सरकारी राशि का गबन किया। वर्ष 2022 में राज्य सरकार द्वारा खरीफ वर्ष 2021 की फसल खराबी क्षतिपूर्ति के लिए लगभग 4.25 करोड़ की राशि प्रभावित किसानों को वितरित की जानी थी।

जांच में पाया गया कि किसानों के नाम पर फर्जी खातों में लाखों रुपये अवैध रूप से ट्रांसफर किए गए। इस साजिश के तहत आरोपी सुन्दर उर्फ बिल्ला, जो उस समय पटवारी का निजी सहायक था, ने भी फर्जी दस्तावेज तैयार करवाने और राशि वितरण सूची में हेराफेरी करवाने में सक्रिय भूमिका निभाई। विस्तृत जांच में यह भी सामने आया कि कई अन्य व्यक्तियों को भी इस घोटाले के माध्यम से अनुचित लाभ पहुंचाया गया।

इस संबंध में थाना शहर फतेहाबाद में 30 मई को मामला दर्ज है। इकोनॉमिक सेल प्रभारी निरीक्षक संदीप सिंह ने बताया कि इस प्रकरण में शेष आरोपियों की गिरफ्तारी और सरकारी धन की वसूली हेतु जांच तेज कर दी गई है।

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