भारत में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए पेटीएम और डीपीआईआईटी के बीच साझेदारी

भारत में फिनटेक और मैन्युफैक्चरिंग स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) और पेटीएम ने हाथ मिलाया है। इसके तहत कंपनी स्टार्टअप को मार्गदर्शन, बुनियादी ढांचा समर्थन, बाजार पहुंच तथा वित्त पोषण के अवसर उपलब्ध कराएगी।

वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्रालय ने बुधवार को जारी एक बयान में कहा कि सरकार ने भारत में नवाचार को बढ़ावा देने और विनिर्माण तथा फिनटेक स्टार्टअप के विकास में तेजी लाने के लिए पेटीएम (वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते ज्ञापन पर डीपीआईआईटी के निदेशक सुमीत कुमार जारंगल और पेटीएम के संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विजय शेखर शर्मा ने वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए।

मंत्रालय ने कहा कि इस सहयोग के तहत पेटीएम स्टार्टअप को मार्गदर्शन, बुनियादी ढांचा सहायता, बाजार पहुंच और वित्त पोषण के अवसर प्रदान करेगा, जिससे उन्हें विस्तार और नवाचार में मदद मिलेगी।’’ डीपीआईआईटी के संयुक्त सचिव संजीव ने कहा, ‘‘पेटीएम की वित्तीय प्रौद्योगिकी विशेषज्ञता और बुनियादी ढांचे का लाभ उठाकर हमारा उद्देश्य उद्यमियों को चुनौतियों से निपटने तथा उनके उद्यमों को बढ़ाने में सहायता करना है।’’

पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शर्मा ने कहा कि पेटीएम मार्गदर्शन, वित्तीय सहायता और अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी तक पहुंच के माध्यम से उद्यमियों को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड के पास पेटीएम का स्वामित्व है।

उल्‍लेखनीय है कि डीपीआईआईटी ने पहले भी पेशेवर मंचों अपना, रुकम कैपिटल, अवाना कैपिटल, भाने ग्रुप, फ्लिपकार्ट और आईटीसी सहित कई कंपनियों के साथ इसी तरह के समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं।

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