ऑपरेशन सिंदूर : भारत की कड़ी प्रतिक्रिया, “हमारा देश अब शांति के साथ सशक्त भी है”- लखीमपुर खीरी

  • भारत ने आतंकवाद को दी कड़ी प्रतिक्रिया, शांति का भी रास्ता खोला”

लखीमपुर खीरी। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में भारतीय पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को गहरे शोक में डुबो दिया। यह कायराना हमला भारतीय अस्मिता पर हमला था, जिसने न केवल नागरिकों की जान ली, बल्कि उनके सम्मान और देश के शौर्य को भी चुनौती दी। इस हमले के बाद भारत सरकार ने न केवल उचित प्रतिक्रिया दी, बल्कि उसे एक सैन्य अभियान के रूप में बदलते हुए ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत की।

ऑपरेशन सिंदूर : एक संजीवनी प्रतिक्रिया

ऑपरेशन सिंदूर का नाम उन भारतीय महिलाओं के सिंदूर को सम्मानित करने के लिए रखा गया, जिनकी जान इस हमले में चली गई थी। भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर सफल हमला किया, जिसमें कर्नल सोफिया कुरेशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही। यह ऑपरेशन पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों, ड्रोन प्रणाली, और मिसाइल स्टोरेज को निष्क्रिय करने के उद्देश्य से था, जिसमें बड़ी संख्या में आतंकवादियों को नष्ट किया गया।

भारत-पाकिस्तान समझौता : शांति की ओर कदम

इस कार्यवाही के बाद पाकिस्तान ने तनाव कम करने के लिए अमेरिका से मध्यस्थता की अपील की। अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अध्यक्षता में दोनों देशों के बीच भारत की शर्तों पर एक शांति समझौता हुआ, जिसमें संघर्ष विराम और कूटनीतिक संवाद के लिए सहमति बनी। भारत ने यह स्पष्ट कर दिया कि उसने यह कदम न केवल शांति, बल्कि अपने नागरिकों और राष्ट्रीय गौरव की रक्षा के लिए उठाया है।

लखीमपुर खीरी वासियों के विचार :

लखीमपुर खीरी जिले के निवासियों ने इस कार्रवाई को लेकर विभिन्न विचार व्यक्त किए, जो इस क्षेत्र की राष्ट्रभक्ति और जनचेतना को प्रकट करते हैं:

  1. डॉ. आफताब ( चिकित्सक, गोला लखीमपुर खीरी) :

“भारत ने यह साबित कर दिया कि जब भी देश की सुरक्षा पर आंच आए, तो वह केवल अपनी रक्षा नहीं करता, बल्कि अपनी आत्मा और अस्मिता की रक्षा करता है। ऑपरेशन सिंदूर शांति की ओर एक मजबूत कदम था, लेकिन साथ ही यह दिखाता है कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ पूरी तरह से तैयार है।”

  1. डी एम सर, (शिक्षक) , गोला, लखीमपुर खीरी):

“यह ऑपरेशन केवल सैनिकों की बहादुरी नहीं, बल्कि हमारे देश की आत्मा की जीत थी। हमने देखा कि भारतीय महिलाएं भी अपने देश की रक्षा में बराबरी से खड़ी हैं। कर्नल सोफिया कुरेशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह जैसे नेतृत्व ने हमें गर्व महसूस कराया।”
भारत ने यह साबित कर दिया कि आतंक वाद के खिलाफ भारत हमेश मजबूती से खड़ा है और रहेगा

3. श्री दीपक पुरी, पूर्व नगर अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी लखीमपुर खीरी

“”युद्ध कभी किसी समस्या का स्थायी समाधान नहीं होता, निर्णायक भूमिका तो शांति निभाती है। अगर पाकिस्तान यह बात समझ जाए तो यह सभी के लिए अच्छा होगा। पड़ोसी देश बदले नहीं जा सकते, इसलिए बेहतर है कि हम मेल-मिलाप और आपसी समझ के साथ आगे बढ़ें।”

  1. अनिल कुमार नागवानी, कपड़ा व्यवसाई लखीमपुर

किसी भी समस्या का हल युद्ध नहीं है इसमें आम जनता को भी क्षति पहुंचती है अगर पाकिस्तान ने भारत की शर्तों पर युद्ध विराम करने का फैसला लिया है तो यह सही कदम है युद्ध की स्थिति में हानि तो दोनों देशों की होती है जिसका खामियाजा आम जनता को भी उठाना पड़ता है हमे हमारी भारतीय सेना पर गर्व है जय हिंद।

  1. सोमेश भर्तरिया, सी ए, लखीमपुर खीरी :

“हमारी सेना के जांबाज जवानों और अफसरों ने जो काम किया, वह सराहनीय है। पाकिस्तान की सरकार को समझना चाहिए कि भारत अपने नागरिकों और सुरक्षा के मामले में किसी भी समझौते से ऊपर है। ऑपरेशन सिंदूर को लेकर हम पूरी तरह से गर्वित हैं।”

  1. पूनम सक्सेना, प्रधानाचार्या, अलीगंज, लखीमपुर खीरी :

“भारत ने दिखा दिया कि वह शांति का पक्षधर है, लेकिन यदि जरूरत पड़ी, तो हम अपनी सुरक्षा के लिए हर कदम उठाएंगे। कर्नल सोफिया कुरेशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह जैसे सैन्य अधिकारी हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। उनके नेतृत्व ने हमें यह विश्वास दिलाया कि भारत अब हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है।”

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