
Cyber Attack in India : पहलगाम आतंकी हमले के बाद से भारत पर साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में अब तक 15 लाख से अधिक साइबर अटैक हुए हैं, जिनमें से केवल 150 साइबर हमलों को नहीं रोका जा सका। इन 150 साइबर हमलों को पाकिस्तान, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, मोरक्को और पश्चिम एशियाई देशों से किया गया है। भारत सरकार और राज्य सरकार के साइबर सुरक्षा तंत्र ने इन सभी हमलों का सामना किया है और उन्हें नाकाम कर दिया है।
पाकिस्तान ने किए भारत में साइबर अटैक
हालांकि, पाकिस्तान से हो रहे हमलों के बावजूद, भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम के बाद भारत में साइबर हमलों की संख्या में कमी आई है। महाराष्ट्र साइबर अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकारी वेबसाइटों, एयरपोर्ट डेटा, विमानन प्रणालियों, नगर निगम सिस्टम और चुनाव आयोग की वेबसाइट जैसे अहम प्रणालियों को निशाना बनाने के प्रयास जारी हैं, लेकिन अधिकांश को सफल होने से रोका गया है। महाराष्ट्र साइबर कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इन प्रयासों का उद्देश्य फर्जी खबरें फैलाना, डेटा चोरी और सिस्टम के नुकसान पहुंचाना है।
महाराष्ट्र साइबर कार्यालय, जो प्रदेश सरकार के तहत कार्यरत है, ने इंटरनेट पर फर्जी सूचनाओं के खिलाफ एक अभियान शुरू किया है। इसमें अभी तक 83 फर्जी समाचार पोस्ट में से 38 को हटा दिया गया है। साइबर विभाग इन फर्जी खबरों और फर्जी सूचनाओं के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है, खासकर सशस्त्र बलों और भारत सरकार से संबंधित झूठी खबरों के खिलाफ।
साइबर अटैक होने पर 1945 व 1930 पर करें कॉल
साइबर हमलों को रोकने के लिए जागरूकता फैलाने और नागरिकों की मदद के लिए कई कदम उठाए गए हैं। नागरिक तुरंत सहायता के लिए 1945 और 1930 हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं। इन नंबरों पर कॉल रिसीव होने के बाद विशेषज्ञ कॉलर से संपर्क करते हैं। वर्तमान में करीब 100 फोन लाइनें काम कर रही हैं। प्रतिदिन लगभग सात हजार कॉल इन नंबरों पर आती हैं। इन प्रयासों के तहत, साइबर जालसाजों के खिलाफ कार्रवाई कर 2019 से अब तक लगभग 600 करोड़ रुपये की रकम बचाई गई है, जिसमें पिछले छह महीनों में 200 करोड़ रुपये की बचत हुई है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी साइबर सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ाने के लिए एक वीडियो जारी किया है। इस वीडियो में अभिनेता शरद केलकर और अमीषा पटेल हैं, जो लोगों को साइबर अपराधों से बचाव के उपाय बताते हैं। वीडियो में वे लोगों से अपील करते हैं कि वे साइबर अपराध का शिकार न बनें और राज्य साइबर हेल्पलाइन नंबरों पर तुरंत संपर्क करें। इस नौ मिनट लंबे वीडियो में साइबर सुरक्षा के बारे में जागरूकता फैलाने के साथ-साथ, फडणवीस का एक पुराना भाषण भी दिखाया गया है जिसमें उन्होंने साइबर सुरक्षा परियोजना शुरू करने का जिक्र किया है।
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