अब इंसानों की तरह भावनाओं को समझकर संवाद करेगा
नई दिल्ली । ओपन एआई ने अपने अत्याधुनिक चैटबॉट चैटजीपीटी का नया वर्जन जीपीटी-4O लांच किया है, जो अब इंसानों की तरह भावनाओं को समझकर और नार्मल आवाज में संवाद कर सकता है। जीपीटी-4O को कंपनी ने दुनिया का सबसे तेज और सबसे पावरफुल एआई मॉडल बताया है। यह नया मॉडल पहले के जीपीटी-4 टर्बो के मुकाबले दोगुनी रफ्तार से काम करता है, जिससे यूजर्स को बेहतर और तेज अनुभव मिलेगा। जीपीटी-4O को खासतौर पर ह्यूमन-कंप्यूटर इंटरएक्शन को और बेहतर बनाने के लिए डिजाइन किया गया है, ताकि एआई और इंसान के बीच संवाद और भी सहज और प्राकृतिक हो सके।
ओपनएआई ने इस नए मॉडल को मल्टीमॉडल एआई बनाया है, जिसका मतलब है कि यूजर्स टेक्स्ट, ऑडियो और इमेज के किसी भी कॉम्बिनेशन को इनपुट कर सकते हैं, और एआई उसी फॉर्मेट में जवाब देगा। इससे चैटबॉट की क्षमताओं में एक नया आयाम जुड़ गया है। साथ ही, जीपीटी-4O के जरिए चैटजीपीटी को ज्यादा स्मार्ट और यूजर्स के लिए आसान बनाने की कोशिश हुई है। यह मॉडल 50 से अधिक भाषाओं को सपोर्ट करेगा, जिससे विश्वभर के यूजर्स को भाषा की सीमाओं से परे जाकर इसका उपयोग करने में आसानी होगी।
इस नए वर्जन में चैटजीपीटी अब यूजर्स के भावनात्मक इशारों को समझकर उसी हिसाब से जवाब देता है, जो इस अन्य एआई चैटबॉट्स से अलग बनाता है। कंपनी ने इसतरह डिजाइन किया है कि यूजर्स को यह महसूस न हो कि वे किसी एआई बॉट से बात कर रहे हैं। इसके अलावा, ओपनएआई ने एक नया डेस्कटॉप एप भी लांच किया है, जो फिलहाल मैक यूजर्स के लिए मौजूद होगा है। यह एप नए यूजर इंटरफेस के साथ आता है और जल्द ही विंडोज यूजर्स के लिए भी लांच हो सकता है।
इसके साथ ही,जीपीटी-4O का एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू यह है कि यह पेड और फ्री यूजर्स दोनों के लिए उपलब्ध होगा। पेड यूजर्स को बेहतर स्पीड और अधिक कैपेसिटी मिल सकेगी। ओपनएआई का दावा है कि इस नए वर्जन के साथ चैटजीपीटी को और भी प्रभावी और उपयोगकर्ता के अनुकूल बनाया गया है। हालांकि, एआई के बढ़ते इस्तेमाल पर आलोचकों ने यह चिंता व्यक्त की है कि यह भविष्य में लोगों की नौकरियों को खतरे में डाल सकता है और इंसान की सोचने की क्षमता पर असर डाल सकता है।