
नागपुर में 17 मार्च को हुए हिंसा के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई अहम बातें कीं। उन्होंने कहा कि हिंसा में हुए नुकसान की भरपाई दंगाइयों की संपत्ति बेचकर की जाएगी और अगर जरूरत पड़ी तो बुलडोजर भी चलाया जाएगा। फडणवीस ने यह भी बताया कि हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी और पुलिस पर हमले करने वालों के खिलाफ कड़ी धाराएं लगाई जाएंगी।
हिंसा के कारण एक शख्स की मौत, 105 गिरफ्तार
नागपुर हिंसा में एक व्यक्ति, इरफान अंसारी, की इलाज के दौरान मौत हो गई। वह हिंसा के दौरान घायल हुआ था और इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में भर्ती था। इस बीच, पुलिस ने हिंसा के आरोप में 105 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 10 किशोर भी शामिल हैं। अब तक पुलिस ने तीन नई FIR दर्ज की हैं और विभिन्न थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू में कुछ राहत दी है।
मुख्य आरोपी फहीम की जमानत याचिका
नागपुर हिंसा के मुख्य आरोपी फहीम खान ने जमानत के लिए याचिका दायर की है, जिसमें उसने आरोप लगाया कि उसे राजनीतिक प्रतिशोध के कारण गिरफ्तार किया गया है। फहीम पर 500 से ज्यादा दंगाइयों को इकट्ठा करने और हिंसा को बढ़ावा देने का आरोप है। पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था और अब जमानत याचिका पर 24 मार्च को सुनवाई हो सकती है।
अजित पवार ने दिया सख्त बयान
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने नागपुर हिंसा के संदर्भ में कहा कि जो भी मुस्लिमों को आंख दिखाएगा और कानून व्यवस्था को भंग करने की कोशिश करेगा, उसे माफ नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि रमजान का महीना एकता और भाईचारे का संदेश देता है और हम इसे आगे बढ़ाएंगे।
पुलिस ने मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी
महाराष्ट्र सरकार ने नागपुर हिंसा की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी है। इसके अलावा, कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल के नागपुर दौरे पर भी चर्चा हुई, जिसमें एक सदस्य अकोला हिंसा में आरोपी था। पुलिस ने हिंसा की पूरी जांच में कोई कसर नहीं छोड़ने का वादा किया है।
कर्फ्यू में राहत, शांति की उम्मीद
हिंसा के बाद शहर में कर्फ्यू लगाया गया था, लेकिन पुलिस ने दो थाना क्षेत्रों से कर्फ्यू हटाने का निर्णय लिया है। इसके अलावा, कुछ अन्य क्षेत्रों में भी कर्फ्यू में राहत दी गई है। फिलहाल, शहर में शांति की कोशिशें जारी हैं और स्थिति नियंत्रण में है।