
धनोल्टी/उत्तरकाशी : उत्तराखंड में जारी चारधाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। यात्रा शुरू होने के 22 दिनों के भीतर अब तक 41 श्रद्धालुओं की जान जा चुकी है। सबसे अधिक मौतें केदारनाथ धाम में दर्ज की गई हैं। इसी क्रम में 21 मई को कर्नाटक के बेंगलुरु निवासी एक श्रद्धालु की हृदयगति रुकने से मौत हो गई।
सीने में दर्द के बाद बिगड़ी तबीयत
59 वर्षीय सीपी रमेश, पुत्र चंद्र मोली, अपने दोस्तों के साथ 16 मई को चारधाम यात्रा पर निकले थे। यमुनोत्री दर्शन के बाद वे 20 मई को गंगोत्री धाम पहुंचे, जहां उन्हें सीने में दर्द की शिकायत हुई। तुरंत ही उन्हें उत्तरकाशी जिला अस्पताल लाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा था।
21 मई की सुबह उनकी तबीयत फिर से बिगड़ने लगी, जिसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें 108 एंबुलेंस के माध्यम से एम्स ऋषिकेश के लिए रेफर कर दिया।
कंडीसौड़ के पास एंबुलेंस में हालत नाजुक
एम्स ले जाते वक्त जब एंबुलेंस कंडीसौड़ के पास पहुंची, तभी सीपी रमेश को फिर से तेज सीने में दर्द हुआ। स्थिति गंभीर देखते हुए उन्हें नजदीकी छाम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया
थाना छाम के पुलिस उपनिरीक्षक जुगल किशोर भट्ट ने बताया कि आवश्यक कार्रवाई करते हुए मृतक के शव का पंचनामा किया गया है। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल बौराड़ी भेज दिया गया। शव की सुपुर्दगी मृतक के पुत्र और उनके साथ यात्रा कर रहे दोस्तों को दी गई है।
पुत्र को पहले ही दी गई थी सूचना
सीपी रमेश की तबीयत बिगड़ने की सूचना 20 मई की सुबह ही उनके दोस्तों द्वारा उनके पुत्र को दे दी गई थी। इसके बाद उनका पुत्र 21 मई को फ्लाइट के जरिए देहरादून के जॉलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचा और शाम करीब 6 बजे छाम अस्पताल में अपने पिता के पास पहुंचा।