
भास्कर समाचार सेवा
रोहतक। हरियाणा चार्टर्ड एसोसिएशन ऑफ फिजियोथैरेपिस्ट द्वारा आयोजित की गई चतुर्थ अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस फिजियो हारकौन-2022 के अंतर्गत एक दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन किया गया जिसमें बेंगलुरु से आए प्रोफेसर सेंथिल पी कुमार द्वारा कायरों मायो मैन्युअल थेरेपी विषय पर सभी प्रतिभागियों को मैनुअल थेरेपी टेक्नीक्स सिखाई गई। डॉ सेंथिल कुमार ने बताया कि फिजियो थेरेपी में मैन्युअल थेरेपी तकनीक के माध्यम से मांसपेशियों के तनाव से संबंधित अनेकों बीमारियों को सिर्फ मैनुअल थेरेपी से ठीक किया जा सकता है खेल एवं खिलाड़ियों के लिए यह तकनीक बहुत कारगर है क्योंकि खेल के दौरान लगने वाली चोटों के उपचार में फिजियोथेरेपी की सुविधा का महत्वपूर्ण प्रभाव है।
कार्यशाला के अंत में सभी प्रतिभागियों को मैनुअल थेरेपी के सर्टिफिकेट प्रदान किए गए इस कार्यशाला के बारे में बताते हुए हरियाणा चार्टर्ड एसोसिएशन ऑफ फिजियोथैरेपिस्ट के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर आर के मुदगिल ने बताया कि फिजियो हार कौन अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस के अंतर्गत पूरे भारत और हरियाणा में 10 फिजियोथैरेपी वर्कशॉप आयोजित की गई थी जिस का समापन आज हो चुका है और एसोसिएशन निरंतर प्रयासरत रहती है कि फिजियो थेरेपी चिकित्सकों एवं छात्रों को उचित गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जा सके उन्होंने आए हुए सभी प्रतिभागियों को इस बात के लिए प्रेरित भी किया कि वह मैन्युअल थेरेपी विधा का अभ्यास निरंतर करें क्योंकि ऐसी तकनीक अभ्यास से ही प्रभाव कारी रूप लेती है। वर्कशॉप में बतौर कोऑर्डिनेटर डॉ मनोज जांगड़ा द्वारा सभी प्रतिभागियों को कार्यशाला की किट प्रदान की गई। इस दौरान डॉ अमित सहगल डॉ सोमबीर मेहरा, डॉ जतिन चौधरी, डॉ नितेश, डॉ सुमित, डॉ मोनिका, डॉ अमनदीप इत्यादि विशिष्ट रूप से उपस्थित रहे।