
– मुंबई में कानपुर निवासी फिल्म डायरेक्टर की मौत का मामला
– सखी केंद्र की संचालिका ने बहू पर लगाए तमाम संगीन आरोप
– बहू ने आत्महत्या को हत्या करार देते हुए जांच की जरूरत जताई
कानपुर। गली-मोहल्लों के नुक्कड़ और तमाम पंचायतों में महिला सशक्तिकरण के नारे गूंज हैं, लेकिन शहर की दो महिलाओं की आंखों से दरिया की मानिंद अश्क उमड़ रहे हैं। एक ने अपना इकलौता बेटा खोया है, दूसरी का सुहाग उजड़ा है। गमगीन माहौल में एक-दूसरे के आंसू पोछने के बजाय आरोपों का सैलाब है। शिकायतों की फेहरिस्त में बीवी पर लग्जरी लाइफ स्टाइल के लिए फिल्म डायरेक्टर पति को मुफलिस करने का आरोप चस्पा है, साथ ही असुरक्षा की भावना के कारण शक की दहलीज लांघने का लांछन है। जिंदगी में दूसरी मर्तबा मांग का सिंदूर उजड़ने के कारण बिलखती बीवी ने पति की आत्महत्या के लिए नारी सुरक्षा की झंडाबरदार सास को जिम्मेदार बताया है। बेवसाइट पर टाइप सुसाइड नोट में बीवी और मुंहबोली मौसी को मौत के लिए जिम्मेदार बताया गया है। जवाब में सुसाइड नोट को संदेहास्पद करार दिया गया है। मामला श्यामनगर में सखी केंद्र की कर्ता-धर्ता नीलम चतुर्वेदी और उनकी बहू अपूर्वा पारिख से जुड़ा है। मौत का शिकार हुआ है नीलम चतुर्वेदी का इकलौता पुत्र निशांत त्रिपाठी। फिलहाल मुंबई के एयरपोर्ट थाने में आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा में रिपोर्ट दर्ज हुई है, लेकिन नामजद की गिरफ्तारी नहीं होने के कारण खाकी वर्दी पर पक्षपात का आरोप है।
शाम को बहन से बात, रात में अलविदा
अरसा से महिलाओं के लिए लड़ने-जूझने वाली सखी केंद्र की संचालित नीलम चतुर्वेदी का इकलौता बेटा निशांत त्रिपाठी फिलवक्त मुंबई में अकेला था। दोस्तों के साथ शार्ट एनिमेशन बनाने वाले निशांत ने फऱवरी 2021 में अपूर्वा पारिख के साथ ब्याह किया था। निशांत और अपूर्वा की दोस्ती कॉमन दोस्तों के जरिए हुई थी। दोस्ती जल्द प्यार में बदली और तीन महीने की मुलाकात के बाद एक-दूजे का हाथ थाम लिया। 27 फरवरी की शाम निशांत की कानपुर में अपनी छोटी बहन प्राची से फोन पर सामान्य बातचीत हुई। इसके बाद निशांत ने अपने स्टूडियो की वेबसाइट पर लंबा-चौड़ा सुसाइड नोट लिखकर जिंदगी को अलविदा कह दिया। पांच पैरा के सुसाइड नोट के निशांत ने क्रमबद्ध अपनी मां नीलम चतुर्वेदी, मित्र देविक, बहन प्राची, मित्र प्रिंस और पत्नी अपूर्वा के लिए अल्फाज लिखे हैं। अंत में दर्द को बयां करती कविता। 28 फरवरी की दोपहर होटल का कर्मचारी सफाई करने पहुंचा। दस्तक देने पर जवाब नहीं मिला तो डुप्लीकेट चाभी से दरवाजा खोला गया तो बाथरूम में निशांत की लाश पड़ी थी।
अपूर्वा की दूसरी शादी और सनक की कहानी
खबर मिलने पर नीलम अपनी बेटी के साथ मुंबई पहुंची, दूसरी फ्लाइट से अपूर्वा भी। पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार के बाद नीलम ने मुंबई के एयरपोर्ट थाने में बहू अपूर्वा और मुंहबोली बहन भोपाल निवासी प्रार्थना मिश्रा पर आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा में रिपोर्ट दर्ज कराई है। कानपुर लौटने के बाद नीलम ने बताया कि, अपूर्वा ने पहली शादी और रकम ऐंठने के बाद तलाक की जानकारी छिपाकर निशांत को प्रेमजाल में फंसाया था। बाद में राजफाश होने पर बेटे की खुशी के लिए मामला दफन कर लिया। कुछ दिन बाद लग्जरी लाइफ स्टाइल की शौकीन अपूर्वा ने होटल-क्लब और नाइट पार्टी के लिए निशांत को परेशान करना शुरू कर दिया। रोजाना की किचकिच से परेशान होकर निशांत ने अपूर्वा के साथ मुंबई में ठिकाना बना लिया।
शक की सीमाएं लांघने का लांछन
नीलम के मुताबिक, फिल्म निर्माण के कारण निशांत के ग्रुप में कुछ लड़कियां थीं, लेकिन असुरक्षा की भावना के कारण अपूर्वा ने सभी के नंबर डिलीट करा दिए। बावजूद, तनिक देर होने पर स्टूडियो में फोन लगाकर बात कराने के लिए स्टॉफ को परेशान करती थी। इसी वजह से निशांत को काम मिलना कम हो गया था। आरोप है कि, अपूर्वा की हरकतों से परेशान होकर छह महीने पहले निशांत उसे कानपुर में त्रिवेणी नगर मायके छोड़कर लौट गया था। इस दरमियान कानपुर में निशांत की तरफ से तलाक के लिए मुकदमा भी दायर किया गया। अब क्या-कैसे हुआ, यह तो राज है, लेकिन निशांत की मौत ने नारी सशक्तिकरण के दावों पर सवालिया निशान लगा दिया है।
पिता ने नीलम पर लगाए गंभीर आरोप
विधवा बेटी की हालत से परेशान अनिल पारिख ने नीलम चतुर्वेदी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहाकि, बेटी का घर उजाड़ने में दकियानूसी सोच वाली नीलम ही दोषी हैं। दावा है कि, निशांत और अपूर्वा साथ रहना चाहते थे, लेकिन नीलम और प्राची को निशांत का अपूर्वा के प्रति झुकाव नागवार गुजरता था। इसी कारण आठ महीने पहले नीलम जबरन अपूर्वा को मायके छोड़ गई थीं। अनिल पारिख ने सवाल किया कि, आठ महीने से अपूर्वा की निशांत से यदा-कदा चर्चा होती थी, तलाक का केस दाखिल होने के बाद दोनों के बीच सामान्य बातचीत भी नहीं थी, ऐसे में आत्महत्या के लिए बेटी कैसे दोषी है। अपूर्वा और उनके पिता ने वेबसाइट पर लिखे गए सुसाइड नोट पर सवाल उठाते हुए कहाकि, कोई भी एडमिन पासवर्ड हासिल करने के बाद सुसाइट नोट लिख सकता है। इसके अतिरिक्त बाथरूम के दरवाजे में सात फीट की ऊंचाई पर लगी नाजुक कुंडी से कोई भला कैसे फंदा लगाकर आत्महत्या कर सकता है, लिहाजा निशांत की मौत की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।