
PM Modi : भारत और ब्रिटेन के बीच हाल ही में हुए व्यापार समझौते की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनुवादक की एक छोटी सी गलती को हल्के-फुल्के अंदाज में संभाला। जब अनुवादक ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के भाषण का हिंदी अनुवाद करते हुए अंग्रेजी शब्दों के बीच में हिचकिचाहट दिखाई और माफी मांगी, तो पीएम मोदी ने मुस्कुराते हुए कहाकि, “चिंता मत कीजिए, हम बीच-बीच में अंग्रेजी शब्दों का इस्तेमाल कर सकते हैं।”
इस टिप्पणी ने माहौल को हल्का कर दिया और वहां मौजूद सभी लोग हंस पड़े। सोशल मीडिया पर यह घटना वायरल हो गई, और लोगों ने पीएम मोदी की सहजता की तारीफ की।
लेकिन यह घटना अधिक देर तक नहीं टिकी, क्योंकि मोदी ने तुरंत ही अपने अंग्रेजी भाषण में खालिस्तानी आतंकवाद पर कड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा, “जो लोग लोकतांत्रिक स्वतंत्रता का दुरुपयोग कर लोकतंत्र को कमजोर करते हैं, उन्हें जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।” यह वक्तव्य ब्रिटेन में खालिस्तानी गतिविधियों, विशेष रूप से मार्च 2023 में लंदन में भारतीय उच्चायोग पर हुए हमले के संदर्भ में भारत की बढ़ती चिंता को स्पष्ट करता है।
उन्होंने कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले की भी निंदा की और ब्रिटिश सरकार का आभार व्यक्त किया कि इस घटना की कड़ी भर्त्सना की गई। साथ ही, उन्होंने जोर देकर कहा, “आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में कोई दोहरा मापदंड नहीं हो सकता।” इससे पहले, उन्होंने अंग्रेजी में बोलते हुए धमकी दी थी कि, “हम हर आतंकी को खोजेंगे, पहचानेंगे और सजा देंगे।” इस बयान के जवाब में भारत ने पाकिस्तान और पीओके स्थित आतंकवादी ठिकानों पर ऑपरेशन सिंदूर के तहत कार्रवाई की।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि दोनों देशों के नेताओं ने आतंकवाद, उग्रवाद और कट्टरपंथ के खिलाफ द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई है। भारत ने ब्रिटेन से खालिस्तानी तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की, साथ ही भगोड़े अपराधियों जैसे विजय माल्या, ललित मोदी और नीरव मोदी के प्रत्यर्पण का भी आग्रह किया। इसके अलावा, दोनों देशों ने एक बड़े आर्थिक समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसे व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौता (CEPA) कहा गया है। इस समझौते के तहत भारत का 99 प्रतिशत निर्यात शुल्क मुक्त हो जाएगा, और ब्रिटिश व्हिस्की, कारें जैसे उत्पाद भारत में सस्ते होंगे। इससे दोनों देशों की अर्थव्यवस्था को सालाना लगभग 4.8 अरब पाउंड का लाभ होने की उम्मीद है।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरे के दौरान क्रिकेट का भी जिक्र किया, और इसे दोनों देशों के बीच साझेदारी को “सीधे बल्ले” से खेलने जैसा बताया। इस तरह का हल्का-फुल्का माहौल दोनों देशों के संबंध मजबूत करने के साथ ही मोदी की कूटनीतिक चतुराई और आतंकवाद के खिलाफ उनकी अटल प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। इस दौरे ने न केवल व्यापार और सुरक्षा सहयोग को नई दिशा दी, बल्कि वैश्विक मंच पर भारत की मजबूती और उसकी सख्त नीति का भी प्रमाण प्रस्तुत किया।
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