
PM Modi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को एक ऐतिहासिक उपलब्धि साझा की है। उन्होंने बताया कि आज ही के दिन, अक्टूबर 2001 को, उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में पहली बार शपथ ली थी। तभी से लेकर अब तक, वे लगातार देश के संवैधानिक पदों पर बने हुए हैं। 2001 से 2014 तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहने के बाद, उन्होंने तीन बार देश के प्रधानमंत्री के रूप में सेवा की है। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर अपनी पहली शपथ को याद करते हुए कुछ तस्वीरें साझा की हैं।
उन्होंने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक श्रृंखला में अपने सफर, संघर्ष और उपलब्धियों को याद किया। पीएम मोदी ने लिखा, “मेरे लिए यह गर्व का विषय है कि आज ही के दिन, अक्टूबर 2001 को मैंने गुजरात के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। इस अवसर पर मैं अपने देशवासियों का हृदय से धन्यवाद करता हूं। जनता के आशीर्वाद और विश्वास से मैं अब सरकार के 25वें वर्ष में प्रवेश कर रहा हूं।”
उन्होंने अपनी शुरुआत के संघर्षों का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय गुजरात भूकंप, चक्रवात, सूखा और राजनीतिक अस्थिरता जैसे संकटों से जूझ रहा था। उन्होंने लिखा, “मेरी पार्टी ने बेहद चुनौतीपूर्ण समय में मुझ पर भरोसा जताया। इन आपदाओं ने मेरी सेवा भावना को और मजबूत किया।”
प्रधानमंत्री ने अपनी मां की बात को याद किया, जिन्होंने कहा था, “गरीबों के लिए काम करना और कभी रिश्वत नहीं लेना।” उन्होंने कहा, “मैंने भी जनता से वादा किया कि मैं जो भी करूंगा, वह सद्भावना और अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति की सेवा से प्रेरित होगा।”
2001 में सीएम पद संभालते वक्त गुजरात को लेकर विभिन्न धारणाएं थीं। उस समय राज्य में बिजली, पानी की कमी, उद्योगों का ठप होना और कृषि संकट था। लेकिन अपने सामूहिक प्रयासों से गुजरात आज सुशासन का प्रतीक बन चुका है। पीएम मोदी ने लिखा, “सूखा प्रभावित राज्य होने के बावजूद गुजरात को कृषि के क्षेत्र में अग्रणी बनाया। व्यापारिक संस्कृति को औद्योगिक और विनिर्माण शक्ति में बदला। सामाजिक और भौतिक ढांचे को मजबूत किया।”
2013 में, गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में, मोदी को देश का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया गया। उस वक्त देश में भ्रष्टाचार, नीतिगत जड़ता और भरोसे का संकट था। उन्होंने कहा, “यूपीए सरकार उस दौर में भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद की मिसाल बन चुकी थी। भारत को वैश्विक मंच पर कमजोर माना जा रहा था। लेकिन देश की जनता ने हमारे गठबंधन को पूर्ण बहुमत दिया और तीन दशक बाद किसी पार्टी को स्पष्ट जनादेश मिला।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते 11 वर्षों में देश में अनेक ऐतिहासिक बदलाव हुए हैं। उन्होंने विशेष रूप से नारी शक्ति, युवा शक्ति और अन्नदाता किसानों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने लिखा, “25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला गया। भारत अब वैश्विक अर्थव्यवस्था में चमकता सितारा है। हमारे पास दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा योजनाएं हैं।”
अपने संदेश में मोदी ने ‘गर्व से कहो, ये स्वदेशी है’ के नारे के साथ आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को दोहराया। अंत में उन्होंने कहा, “देश की सेवा करना मेरे लिए सबसे बड़ा सम्मान है। यह जिम्मेदारी मुझे कृतज्ञता और उद्देश्य की भावना से भर देती है। संविधान के मूल्यों को मार्गदर्शक मानते हुए, मैं ‘विकसित भारत’ के सपने को साकार करने के लिए और अधिक मेहनत करूंगा।”
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