
ग्रेटर नोएडा : सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) क्षेत्र में सार्वजनिक परिवहन को मजबूत करने के लिए नई बस सेवाएं शुरू करने का निर्णय लिया गया है। यह कदम जेवर हवाई अड्डे और ग्रेटर नोएडा के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाने के साथ-साथ क्षेत्र के विकास को भी गति प्रदान करेगा। इसके साथ ही यीडा क्षेत्र में दो अन्य नये बस रूटों का भी निर्धारण हुआ है।
जेवर हवाई अड्डे से परी चौक के लिए बस संचालन होगा शुरू
सीएम योगी के मार्गदर्शन में यमुना विकास प्राधिकरण क्षेत्र में राज्य सड़क परिवहन विभाग ने तीन नये बस रूटों का निर्धारण किया है। जिनमें से सबसे प्रमुख जेवर हवाई अड्डे से ग्रेटर नोएडा के परी चौक को जोड़ने वाला रूट है।
42 किलोमीटर लंबे इस बस रूट का लाभ विशेष तौर पर क्षेत्र के स्थानीय लोगों के साथ जेवर हवाई अड्डे से आने वाले यात्रियों को ग्रेटर नोएडा से कनेक्ट करने के लिए मिलेगा। हालांकि जेवर हवाई अड्डे से परी चौक की कनेक्टिविटी के लिए वर्ष 2023 से एक बस सेवा चल रही है।
यीडा कार्यालय से लेकर भंगेल तक होगा बस का संचालन
यूपी सड़क परिवहन विभाग ने इसके अतिरिक्त यीडा क्षेत्र में दो और नये बस रूटों का भी निर्धारण किया है। जिनमें से एक बोटैनिकल गार्डेन से नोएडा के सेक्टर 20, 21 होते हुए कुलेसरा और भंगेल तक बस सेवा प्रदान करेगा।
दूसरा बस रूट यीडा के क्षेत्रीय कार्यालय से दनकौर गोलचक्कर और सेक्टर 17 होते हुए भंगेल तक 51 किलोमीटर लंबा है। इन रूटों पर बस संचालन का लाभ रबूपुरा,नोयडा के सेक्टर 17,20,21 और सेक्टर 26 के रहवासियों के साथ गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय के छात्रों, परी चौक एवं जिलाधिकारी कार्यालय, जगत फार्म और सूरजपुर, कुलेसरा,भंगेल गांव के रहने वालों को मिलेगा।
बसों का संचालन यीडा क्षेत्र के विकास में निभाएगा महत्वपूर्ण भूमिका
यीडा क्षेत्र में तेजी से औद्योगिक इकाइयों और आवासीय परियोजनाओं का विकास हो रहा है, जिसके कारण सार्वजनिक परिवहन की मांग बढ़ी है।
इस दिशा में सीएम योगी के निर्देश पर जेवर हवाई अड्डे से ग्रेटर नोएडा, परी चौक तक बस सेवा शुरू होने जा रही है। भविष्य में, दिल्ली से जेवर हवाई अड्डे तक इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरू करने की भी योजना है। इसके साथ ही दो अन्य बस रूट क्षेत्र के लोगों को परिवहन की अतिरिक्त सुविधा प्रदान करेगा। यमुना विकास प्राधिकरण क्षेत्र में परिवहन सुविधाओं का विस्तार एक दूरदर्शी कदम है, जो क्षेत्र के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।