
कासगंज। सावन महीने के पहले सोमवार को पर जनपद कासगंज के शिवालियों में शिव भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी, श्रद्धालुओं ने भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किया, श्रद्धालु सुबह 4 बजे से ही लाइनों में लगकर भोलेनाथ को जल चढ़ाने के लिए अपनी बारी का इंतजार करते दिखाई दिए और साथ ही मंदिरों में सुबह से ही पंचाक्षरी मंत्र के साथ भक्तों ने जलाभिषेक किया खासकर शिवजी को जल चढ़ाने लोग मंदिर पहुंच रहे हैं, मंदिरों में महादेव को दूध भी से जलाभिषेक किया गया।

बतादें कि सावन महीने में महादेव को जल चढ़ाने के पीछे एक मान्यता है, बताया जाता है की समुद्र मंथन के दौरान जब विष निकला तब चारों ओर हाहाकार मच गया विश्व के असर से देवता और असुर परेशान हो गए तब सभी ने मिलकर त्रिनेत्रधारी भगवान शिव से प्रार्थना कर विष ग्रहण करने को कहा भगवान महादेव ने समुद्र से निकले विष को पीकर उसे अपने कंठ में रख लिया जिससे उनका कंठ विष के असर से नीला पड़ गया उनके पूरे शरीर में जलन होने लगी तब सभी देवताओं और भक्तों ने उन पर लगातार जल अर्पण किया और यह सिलसिला महीने भर चला, इसी मान्यता के चलते सावन के महीने में महादेव को जल अर्पण किया जाता है, इसी के चलते जनपद कासगंज के भूतेश्वर मंदिर, सोमेश्वर मंदिर, पारनामठ मंदिर, चामुण्डा मंदिर, शीतला मंदिर सहित तमाम शिव मंदिरों पर सुबह से ही कांविड़यों व शिव भक्तों का तांता लगा रहा और शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा व गंगाजल चढाया, इस दौरान शिवालयों पर सुरक्षा की दृष्टि से भारी पुलिस बल मौजूद रहा।