
नई दिल्ली/जम्मू : जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार को एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए बताया कि ईरान से सुरक्षित निकाले गए छात्रों को दिल्ली से उनके घर तक लाने के लिए विशेष डीलक्स बसों की व्यवस्था की गई है। यह कदम छात्रों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
ईरान से निकाले गए पहले जत्थे में 110 लोग शामिल थे, जिनमें से 90 छात्र जम्मू-कश्मीर के हैं। इन छात्रों को पहले आर्मेनिया और फिर कतर की राजधानी दोहा होते हुए गुरुवार सुबह दिल्ली लाया गया।
सीएम कार्यालय की सक्रियता
मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) की ओर से जारी बयान में कहा गया कि रेजिडेंट कमिश्नर को निर्देश दिए गए हैं कि वे जम्मू-कश्मीर सड़क परिवहन निगम (JKRTC) के साथ मिलकर उच्च गुणवत्ता वाली डीलक्स बसों की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
बयान के अनुसार, “मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने स्वयं इस मामले में संज्ञान लिया और छात्रों की ओर से बसों की गुणवत्ता को लेकर की गई अपील पर ध्यान देते हुए व्यवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं।”
मुख्यमंत्री का ट्वीट
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व ट्विटर) हैंडल से पोस्ट कर कहा:
“ईरान से निकाले गए हमारे छात्र सुरक्षित रूप से दिल्ली पहुंच चुके हैं। सरकार उनकी घर वापसी के लिए परिवहन की व्यवस्था कर रही है, जो कुछ ही घंटों में लागू हो जाएगी।”
छात्रों और अभिभावकों में राहत
ईरान में उत्पन्न हालात के चलते छात्र और उनके परिवार बेहद चिंतित थे। अब सरकार की इस पहल से उनमें राहत की भावना है। डीलक्स बसों की सुविधा से छात्रों को लंबी यात्रा में आराम और सुरक्षा दोनों का भरोसा मिलेगा।
सरकार की तत्परता की सराहना
यह घटना जम्मू-कश्मीर सरकार की प्रभावी प्रतिक्रिया क्षमता और छात्रों के प्रति संवेदनशीलता को दर्शाती है। उमर अब्दुल्ला की अगुवाई में सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि विदेश में फंसे अपने नागरिकों की हरसंभव मदद की जाए और उनकी सुरक्षित वापसी में कोई कसर न छोड़ी जाए।
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