
जौनपुर। जनपद पहुँचे पंचायती राज मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने समाजवादी पार्टी और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी की चार बार सरकार बनी, लेकिन महाराजा सुहेलदेव के सम्मान में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। राजभर ने कहा कि अखिलेश यादव जब खुद मुख्यमंत्री थे, तब भी उन्होंने सुहेलदेव को याद नहीं किया, क्योंकि उन्हें डर था कि इससे उनका वोट बैंक प्रभावित हो सकता है।
राजभर ने दावा किया कि एनडीए से जुड़ने के बाद सुहेलदेव के सम्मान में कई काम हुए हैं। उन्होंने बताया कि गाजीपुर से सुहेलदेव एक्सप्रेस चलाई गई, आजमगढ़ में सुहेलदेव विश्वविद्यालय की स्थापना हुई, बहराइच में उनके नाम पर मेडिकल कॉलेज बना और उनके नाम पर डाक टिकट भी जारी हुआ।
उन्होंने आरोप लगाया कि सुहेलदेव ने आक्रांता गाजी को हराया था, और अगर अखिलेश यादव इस वारियर्स का नाम लेते, तो उनके ‘मियां भाई’ वोट पर असर पड़ता।

बहराइच में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सुहेलदेव की प्रतिमा का अनावरण किए जाने को लेकर उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में भारी संख्या में लोग शामिल हुए थे। कुछ कार्यकर्ताओं की नाराजगी के सवाल पर उन्होंने कहा कि “ऐसी कोई बात नहीं है।”
सुहेलदेव की जाति को लेकर चल रहे विवाद पर राजभर ने कहा कि “देश के महान नेताओं को जाति से जोड़ना उचित नहीं है। क्या किसी ने कभी महात्मा गांधी या डॉ. भीमराव अंबेडकर की जाति पर चर्चा की?” मऊ की अब्बास अंसारी वाली सीट को लेकर उन्होंने कहा कि अभी मामला कोर्ट में है और कोई भी टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी। हालांकि, यदि चुनाव की नौबत आती है तो सुभासपा सबसे मजबूत दावेदार होगी।