अब प्रियंका ने कोटा से छात्रों को लाने पर योगी सरकार को सराहा, बोलीं श्रमिकों की समस्या करें हल

लखनऊ । समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने राजस्थान के कोटा में फंसे छात्रों को वापस लाए जाने पर योगी सरकार को बधाई दी है। वहीं उन्होंने सरकार से अलग-अलग राज्यों फंसे उत्तर प्रदेश के श्रमिकों की समस्या हल करने की अपील की है।

लॉकडाउन में मजदूरी हुई बंद, राशन भी खत्म

प्रियंका वाड्रा ने रविवार को वीडियो जारी करते हुए कहा कि कई दिनों से जो यूपी के प्रवासी मजदूर अलग-अलग प्रदेशों में फंसे हुए हैं, उनसे मैं बात कर रही हूं। प्रियंका ने कहा कि मैंने राजस्थान दिल्ली, सूरत, इंदौर भोपाल, मुंबई और अन्य प्रदेशों में फंसे हुए लोगों से बात की। मजदूरी करने के लिए ये बड़े-बड़े शहरों में गए। लॉकडाउन हुआ, मजदूरी बंद हो गई, इसके बाद उनके घर का राशन भी खत्म हो गया।

एक कमरे में बंद हैं कई लोग, घर जाने के इच्छुक

उन्होंने कहा कि अब छह-छह, आठ-आठ लोग एक ही कमरे में बंद हैं। बाहर निकल नहीं पा रहे हैं। राशन मिल नहीं रहा है, वह बहुत ही घबराए हुए हैं और किसी भी तरह से अपने गांव घर जाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अगर वह अपने घर लौटना चाहते हैं, तो हम इनको दोषी ठहरा नहीं सकते कि आप घर जाना चाहते हैं। हम और आप भी तो अपने परिवार के साथ रहना चाहते हैं।

समस्या का हल खोजने की हो कोशिश

प्रियंका वाड्रा ने कहा कि हमें इनकी समस्या का हल खोजने की कोशिश करनी चाहिए। यह सबकी जिम्मेदारी है, मेरी है, आपकी है और हर सरकार की है। यूपी के एक-एक मजदूर की जिम्मेदारी चाहे वे कहीं भी हो, किसी भी प्रदेश में हो, किसी भी देश में हो, वह यूपी सरकार की जिम्मेदारी है। हम उनको इस तरह से नहीं छोड़ सकते।

उन्होंने कहा कि मैं यूपी सरकार को बधाई देना चाहती हूं कि कोटा से आप छात्रों को घर ले आए, लेकिन ये मजदूर भी तो आपके ही हैं, ये भी हमारे हैं। इनके भी परिवार त्रस्त हैं, परेशान हैं, घबराए हुए हैं। इनके पास खाने के लिए कुछ नहीं है। इनके पास राशन नहीं है। हम घर नहीं ला पा रहे हैं।

हेल्पलाइन नम्बर जारी करने की मांग

प्रियंका वाड्रा ने कहा कि मैं आग्रह करना चाहती हूं कि एक हेल्पलाइन जारी किया जाए, हजार लोगों का कंट्रोल रूम हो। कम से कम ये लोग अपनी समस्याओं को बता पायें। ताकि दूसरी सरकारों से इनकी मदद हो पाए। उन्होंने कहा कि दूसरी बात हमको किसी न किसी तरीके से इनकी समस्या हल करनी पड़ेगी। एक प्लान बनाया जाए ताकि धीरे-धीरे ये अपने जिले में आ सकें। हम इनको इस तरह नहीं छोड़ सकते। उन्होंने इनकी मदद की अपील की।

मायावती-अखिलेश भी सराहना के साथ कर चुके हैं अपील

इससे पहले शनिवार को बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने भी उत्तर प्रदेश के छात्रों को कोटा से वापस लाये जाने की सराहना की थी। मायावती ने ट्वीट किया कि कोचिंग पढ़ने वाले लगभग 7,500 युवकों को लाॅकडाउन से निकालने व उन्हें सुरक्षित घरो में भेजने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने, काफी बसें कोटा, राजस्थान भेजी है। यह स्वागत योग्य कदम है। बसपा इसकी सराहना भी करती है।

मायावती ने कहा कि वहीं सरकार से यह भी आग्रह है कि वह ऐसी चिन्ता यहां के उन लाखों गरीब प्रवासी मजदूर परिवारों के लिए भी जरूर दिखाये, जिन्हें अभी तक भी उनके घर से दूर नारकीय जीवन जीने को मजबूर किया जा रहा है।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी छात्रों के मामले में सरकार के कदम का स्वागत कर चुके हैं। उन्होंने शुक्रवार को ट्वीट किया कि राजस्थान के कोटा में फंसे उप्र के विद्यार्थियों को वापस लाने की योजना का स्वागत है। अखिलेश ने कहा कि लेकिन ये सवाल भी है कि अन्य राज्यों में भुखमरी के शिकार हो रहे अति निम्न आय वर्ग के गरीबों को वापस लाने की क्या योजना है और ये भी कि प्रदेश के तथाकथित नोडल अधिकारियों के मोबाइल मूक-मौन क्यों हैं ?

मुख्यमंत्री योगी पहले ही नोडल अफसरों को सौंप चुके हैं जिम्मेदारी

हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मार्च पहले ही विभिन्न प्रदेश में फंसे उत्तर प्रदेश के श्रमिकों आदि के लिए राज्यवार नोडल अफसरों को जिम्मेदारी सौंप चुके हैं। 28 राज्यों के लिए नोडल अफसर बनाये गये हैं। उन्होंने शनिवार को भी एक उच्चस्तरीय बैठक में कहा कि अन्य राज्यों में रह रहे उत्तर प्रदेश वासियों की समस्याओं के समाधान के लिए मुख्य सचिव, केन्द्रीय गृह सचिव तथा अन्य राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ सम्पर्क व संवाद बनाए रखें। इसके अलावा, प्रदेश सरकार द्वारा नामित नोडल अधिकारियों से नियमित फीडबैक प्राप्त किया जाए।

इसके साथ ही प्रदेश में अध्ययनरत विदेशी विद्यार्थियों की समस्याओं के समाधान के लिए नामित नोडल अधिकारी इन छात्र-छात्राओं के सम्पर्क में रहते हुए इनकी कुशल-क्षेम से सम्बन्धित दूतावास को अवगत कराते रहें। अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी के मुताबिक मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 के जरिए भी लगातार लोगों की समस्याओं का समाधान किया जा रहा है।

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