उत्‍तर प्रदेश में अब घर बैठे मिलेगा विशेषज्ञ डॉक्टर्स से इलाज और दवा…

  • प्रदेश के मेडिकल स्टोर्स होंगे ऑनलाइन, पांच हजार से अधिक डॉक्टर्स से जुड़ सकेंगे
  • वोकल फ़ॉर लोकल का जबरदस्त उदाहरण, रिकॉर्ड समय में परामर्श और घर पहुंचेगी दवा

लखनऊ. देश के बड़े और ऐतिहासिक राज्‍य उत्‍तर प्रदेश की जनता को अब इलाज और दवा के लिए डॉक्टर्स के घरों और दवा की दुकानों पर चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। यही नहीं जांच के लिए भी पैथोलॉजी लैब ढूंढने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उत्‍तर प्रदेश के लोगों को घर बैठे चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाने के लिए अब तक की सबसे बड़ी पहल शुरू कर दी गई है।

हेल्थ के क्षेत्र में सबसे अच्छी, किफायती, जल्दी एवं भरोसेमंद स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने वाले स्टार्टअप मेडकॉर्ड्स ने उत्‍तर प्रदेश में सेवाएं शुरू कर दी हैं। मेडकॉर्ड्स देश का पहला ऐसा स्टार्टअप है जो पूरे उत्‍तर प्रदेश के लोगों को स्वास्थ्य लाभ देने के लिए हर सुविधा देगा। आयु ऐप के माध्यम से उत्‍तर प्रदेश के लोग घर बैठे देश के बेस्ट चिकित्सकों से कंसल्‍टेंसी ले सकेंगे। यह कंसल्टेंसी मात्र फोन करने के आधे घंटे के अंदर उपलब्ध करवाई जाएगी। ऐसे में डॉक्टर्स के यहां जाना और लाइन में लगकर समय और पैसा खराब नहीं होगा। आयु ऐप के माध्यम से ही उत्‍तर प्रदेश वासियों को दवा भी घर बैठे निकटतम मेडिकल स्टोर्स (सेहत साथी) से उपलब्ध हो सकेगी। यही नहीं यदि चिकित्सक किसी तरह की जांच के लिए भी सलाह देते हैं तो उसके लिए भी जांच लैब की जानकारी दी जा सकेगी। डॉक्टर की सलाह से लेकर दवा की उपलब्धता और पैथोलॉजी जांच मुहैया करवाने वाला आयु ऐप एकमात्र स्टार्टअप है। इस एप के माध्‍यम से उत्‍तर प्रदेश में अक्‍टूबर 2021 में लॉन्‍च से लेकर अबतक 8053 मेडिकल स्‍टोर्स को जोड़ा जा चुका है।

उत्‍तर प्रदेश के जिन प्रमुख 10 शहरों में फिलहाल सेवाएं उपलब्‍ध करवाई जा रही हैं उनमें लखनऊ, वाराणसी, कानपुर, प्रयागराज, गोरखपुर, आगरा, बरेली, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर और मेरठ शामिल हैं। प्रदेश के अन्‍य शहरों में भी हम विस्‍तार करने जा रहे हैं, क्‍योंकि हमें इन शहरों में जबरदस्‍त समर्थन मिल रहा है। उत्‍तर प्रदेश में स्‍थापित होने के बाद उनकी योजना अन्‍य हिन्‍दी भाषी प्रदेशों में भी विस्‍तार की है। मेडकॉर्ड्स जो सेवाएं मुहैया करवा रहे हैं उसे देखते हुए इन राज्‍यों के लिए उनके उत्‍पाद ‘आयु’ और ‘सेहत साथी’ बेहद उपयुक्‍त हैं।

आयु के को-फाउंडर श्रेयांस मेहता, निखिल बाहेती और सैदा धनावत ने बताया कि देश में इस समय कोविड की विपरीत परिस्थितियां हैं और इसमें हम लोगों के काम आ पा रहे हैं ये मानवता की सेवा का सबसे बड़ा मौका है। हम कोशिश कर रहे हैं कि देश में कहीं भी एक घंटे में लोगों के घर तक मेडिसिन पहुंचा सकें। यही नहीं आधे घंटे के अंदर चिकित्सकों को परामर्श उपलब्ध करवा सकें।

उल्लेखनीय है कि देश के तीन होनहार युवा श्रेयांश मेहता, निखिल बाहेती और सैदा धनावत ने यह शुरुआत की। 30 हजार से ज्यादा मेडिकल स्टोर का ऐसा विशाल नेटवर्क तैयार किया है, जिसके बूते ऐप की टीम महज एक घंटे से भी कम समय में घर-घर दवाओं की होम डिलेवरी कर रही है। इसकी मदद से उत्‍तर प्रदेश के लोगों को घर बैठे ही पांच से अधिक विशेषज्ञ डॉक्‍टर्स की सुविधाएं मिल सकेंगी।


बनेगी हैल्थ हिस्ट्री

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान को सिद्ध करते हुए इन तीनों युवाओं ने देश के हेल्थ सेक्टर में डिजिटल क्रांति लाने का संकल्प लिया है। इनके द्वारा स्टार्टअप से जुड़ने वाले लोगों का हेल्थ कार्ड बनाया जा रहा है। इस हेल्थ कार्ड में हेल्थ हिस्ट्री रखी जा रही है, जिससे वो किसी भी समय देश में कहीं भी विशेषज्ञ डॉक्टर्स से अपनी पुरानी बीमारियों के आधार पर इलाज ले सकता है। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाल ही में स्वास्थ्य के क्षेत्र में इसकी बहुत जरूरत बताई है।


ऐसे शुरू किया स्टार्टअप

मेहता ने बताया कि हम तीन दोस्तों ने मिलकर मई 2017 में इस नवाचार की शुरुआत की। हमारी शुरूआत जमीनी अध्ययन के साथ हुई है। इसके लिए 75 हजार किलोमीटर की यात्रा की गई, 800 से ज्यादा गांव-कस्बों के अस्पतालों का दौरा किया गया। जाना कि लोगों को किस तरह की परेशानियां आ रही हैं। उनके सामने स्वास्थ्य सेवाएं लेने के लिए क्या चुनौतियां हैं। इसके बाद चिकित्सकों से सलाह की, उनकी चुनौतियां समझी और यह शुरूआत की गई। राजस्थान के अलावा देशभर के 15 राज्यों के 35 लाख परिवार अब इस ऐप से घर बैठे दवाएं हासिल कर रहे हैं।

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