लखनऊ। यूपी में कोरोना महामारी की तीसरी लहर में कुछ कमी देखने को मिल रही है, क्योंकि अब 68 जिलों में एक्टिव केसों की संख्या सौ से नीचे आ गयी है. वहीं, वैक्सीनेशन पर भी जोर है. ऐसे में बाहर से आने वाले अब हर यात्री की एयरपोर्ट-रेलवे स्टेशन पर कोरोना जांच नहीं होगी. इसमें रैंडम सैम्पल लिए जाएंगे, ताकि वायरस के स्ट्रेन का आकलन किया जा सके. इनमें लक्षण वाले व्यक्ति शामिल होंगे. वहीं, गुरुवार को सुबह आई रिपोर्ट में 180 नए मरीजो की पुष्टि की गई।
देश में 10 करोड़ 43 लाख से अधिक टेस्ट
बुधवार को 24 घंटे में एक लाख 31 हजार से अधिक कोरोना टेस्ट किए गए. इसमें 217 नए मरीज़ों में कोरोना की पुष्टि हुई. साथ ही 505 मरीज डिस्चार्ज किए गए. यूपी में देश में सर्वाधिक 10 करोड़ 43 लाख से अधिक टेस्ट किए गए. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 55 लोगों की जांच की जा रही है. यह डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक है.केजीएमयू, एसजीपीजीआई, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब के अलावा गोरखपुर, झांसी व मेरठ में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करने के निर्देश दिए गए।
दूसरी लहर में सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं, 90 फीसद से ज्यादा डेल्टा वैरिएंट ही पाया गया. अब तीसरी लहर में 90 फीसद ओमिक्रोन वैरिएंट पाया जा रहा है. 17 जनवरी को दैनिक संक्रमण दर 7.11 फीसद, 19 जनवरी को सबसे अधिक 7.78 फीसद थी, जो अब घटकर 0.95 फीसद पर आ गई।
जीन सीक्वेंसिंग में 359 ओमिक्रोन के मिले मरीज
17 दिसम्बर को गाजियाबाद में दो मरीजों में ओमिक्रोन की पुष्टि हुई है. यह महाराष्ट्र से आये थे. वहीं 25 दिसम्बर को रायबरेली की महिला में ओमिक्रोन वैरिएंट पाया गया. यह महिला अमेरिका से आई थी. चार जनवरी को 23 मरीज मिले. अब तक कुल 526 सैम्पल की जीन सीक्वेंसिंग की गई. इसमें 359 ओमिक्रोन के मरीज पाए गए हैं।
राज्य में जनवरी शुरुआत में तीसरी लहर पीक पर थी। इस दौरान एक लाख 16 हजार 366 एक्टिव केस थे. वहीं, अब 3,006 रह गए हैं. अस्पतालों में 551 ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गए हैं. इनके संचालन के लिए आईटीआई पास कर्मी तैनात किए जा रहे हैं. वहीं, 56 हजार से अधिक आईसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6700 पीकू-नीकू बेड तैयार हो गए हैं. 30 हजार ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर अस्पतालों को दिए गए।