
Nitish Government 5.0 : बिहार में चुनाव परिणाम एनडीए के पक्ष में आने के बाद अब नई सरकार के गठन को लेकर चहलकदमी शुरू हो गई है. नीतीश कुमार (सीएम) के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)-आधारित राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की नई सरकार का ‘ब्लू प्रिंट’ दिल्ली में तैयार हुआ है, जिसमें मुख्यमंत्री की कुर्सी नीतीश कुमार के नाम पक्की है और अभी तक उपमुख्यमंत्री (डिप्टी सीएम) के नाम पर अंतिम निर्णय नहीं हुआ है. सूत्रों के अनुसार इस बार उप मुख्यमंत्री बदले जाने की संभावना है. बताया जा रहा है कि शासन और प्रशासन का अनुभव रखने वाले व्यक्ति को डिप्टी सीएम बनाने की योजना है.
मुख्यमंत्री कौन होंगे और क्यों?
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एनडीए और जद (यू) ने मिलकर तय किया है कि मुख्यमंत्री की कुर्सी जेडीयू के नेता नीतीश कुमार के पास रहेगी. इस बारे में एक आधिकारिक ट्वीट में जेडीयू के ट्विटर हैंडल से नीतीश कुमार को ही अगला मुख्यमंत्री बताया गया था. इस पर बीजेपी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
इसके पीछे कारण है कि भाजपा-जेडीयू गठबंधन में भाजपा ने मुख्यमंत्री पद छोड़ने की बजाय जदयू को यह मौका देने का निर्णय लिया है. ताकि गठबंधन के अंदर संतुलन और तालमेल पहले की तरह बरकरार रहे और किसी तरह से भ्रम की स्थिति पैदा नहीं होनी चाहिए.
डिप्टी सीएम के नाम पर किस-किसकी चर्चा?
हालांकि मुख्यमंत्री तय है, लेकिन उपमुख्यमंत्री पद को लेकर अब तक अंतिम कार्ड नहीं पलटा गया है. निवर्तमान सरकार में सम्राट चौधरी तथा विजय कुमार सिन्हा बीजेपी की ओर से दो डिप्टी सीएम थे. चर्चा इस तरह चल रही है कि भाजपा खंबे के रूप में इन पदों का इस्तेमाल करे. जबकि मुख्यमंत्री की कुर्सी जेडीयू के पास रहे.
इस बीच मंत्रिमंडल गठन का फॉर्मूला तो लगभग तय हो गया है. इस फॉर्मूले के आधार पर प्रति 7 विधायक पर एक या हर दल से एक मंत्री बनाए जाएंगे. बिहार में कोई कुल 32 मंत्री बनाने के संकेत मिल रहे हैं. विधायकों की संख्या देखते लोजपा रामविलास से 3, राष्ट्रीय लोकमोर्चा और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा से एक एक मंत्री बनेंगे?.
डिप्टी सीएम को ले कर लड़ाई टफ है. डिप्टी सीएम इस बार सीएम यानी नीतीश की पसंद का होगा. इस चुनाव में गेम चेंजर बनी महिला को भी डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है. जाति की बात करें तो डिप्टी सीएम में एक सवर्ण और एक पिछड़ी या अतिपिछड़ी जाति से होंगे. बीजेपी सूत्रों की बात करें तो पहले से सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा तो कतार में हैं. दो अन्य चेहरों में स्वास्थ्य मंत्री रहे मंगल पांडेय और पथ निर्माण मंत्री रहे नितिन नवीन भी शामिल हैं.
बीजेपी सूत्रों की बात करें तो तैयारी ये है कि बिहार चुनाव 2025 की गेमचेंजर रही किसी महिला विधायक को बतौर डिप्टी सीएम लाया जाए जो जाति और जेंडर दोनों का प्रतिनिधित्व करे. ऐसा कर दो डिप्टी सीएम से NDA तीन समीकरण साध सकता है.
ब्लू प्रिंट में क्या है?
इस मसले पर दिल्ली में जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा से शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री के बीच चर्चा भी हुई. उसके बाद जेडीयू नेता और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह भी अमित शाह से मिले थे. दिल्ली में भाजपा-जेडीयू की बैठक में यह दिशा तय हुई कि मुख्यमंत्री पद जेडीयू को मिलेगा. उपमुख्यमंत्री पद के लिए नाम अभी तय नहीं हुआ है. भाजपा के अंदर इस नाम पर मंथन जारी है.
नई सरकार के विकास एजेंडा, मंत्रियों के विभागों का बंटवारा, सत्ता-संतुलन और पार्टी नेताओं को साथ ले चलने की रणनीति इस खाका में शामिल है. गठबंधन में ओबीसी/सवर्ण समीकरण पर भी भाजपा-जद (यू) दोनों ने ध्यान दिया है. जहां सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा जैसे चेहरे रणनीतिक रूप से महत्त्वपूर्ण हैं.















