
Mahisagar Bridge Collapse : गुजरात के महिसागर नदी पर बने पुल के गिरने की घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस दुखद हादसे में अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है, और प्रशासन ने तुरंत ही बचाव कार्य शुरू कर दिया है। इस घटना पर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने अपना बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गडकरी ने कहा, “किसी भी तरह की गड़बड़ी हो, तो अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई होगी। भ्रष्टाचार या बेइमानी करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि हादसे का कारण किसी भी तरह की लापरवाही या भ्रष्टाचार हो सकता है, और यदि कोई भी दोषी पाया गया तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।
गडकरी ने कहा, “मैं पुल और सड़क कार्य में हो रही गड़बड़ी को नजरअंदाज नहीं कर सकता हूं। मैं देश की संपत्ति के साथ समझौता नहीं कर सकता। मेरा लक्ष्य है कि देश में सुरक्षित यातायात व्यवस्था कायम रहे। अभी तक मैंने 7 वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए हैं, और मैं ठेकेदारों और अधिकारियों के पीछे लगा हूं। मैं किसी भी गड़बड़ी को बर्दाश्त नहीं करूंगा।”
उन्होंने भ्रष्टाचार और लापरवाही के खिलाफ अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि वह जल्द ही दोषियों को पकड़वाएंगे और सख्त कार्रवाई करेंगे।
गुजरात के वडोदरा जिले में महिसागर नदी पर बना पुल करीब 43 साल पुराना था, जिसे 1985 में बनाया गया था। इस हादसे में अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है। पुल के गिरने के बाद कई वाहन नदी में गिर गए, जिससे हड़कंप मच गया।
इसी तरह, बिहार के सहरसा जिले में जून 2024 में एक पुल गिर गया था, जिसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं मिली। वहीं, जुलाई 2024 में गंडकी नदी पर बना पुल भी टूट गया था।
गुजरात के मोरबी में भी एक बड़ा पुल हादसा हो चुका है। अक्तूबर 2022 में मोरबी केबल ब्रिज का टूटना एक भीषण दुर्घटना साबित हुआ, जिसमें 135 लोगों की मौत हो गई। यह घटना देश के सबसे बड़े पुल हादसों में से एक मानी जाती है।