मणिपुर के जिरीबाम में बंधकों की हत्या की जांच का जिम्मा एनआईए को…

– जांच में सहयोग का मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने किया वादा

इंफाल । मणिपुर के जिरीबाम में छह निर्दोष बंधकों की हत्या से संबंधित मामले की जांच का जिम्मा राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दिया गया है। मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने आश्वासन दिया है कि राज्य सरकार भी सतर्क रहेगी और जांच की प्रगति पर नजर रखेगी। उन्होंने यह बयान इंफाल राजभवन के दरबार हॉल में मणिपुर उच्च न्यायालय के नवनियुक्त मुख्य न्यायाधीश डी. कृष्णकुमार के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए दिया। उन्होंने जिरीबाम जिले के बड़ाबेकरा में सशस्त्र समूहों द्वारा हाल ही में किए गए हमले पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस दुखद घटना के तुरंत बाद अभियान शुरू हो गए थे और अभी भी जारी हैं। यह हमला दुर्भाग्यपूर्ण था, जहां लगभग 115 विस्थापित लोगों के लिए एक राहत शिविर और एक थाना है। उन्होंने कहा कि आधुनिक हथियारों से लैस और रॉकेट लांचर का इस्तेमाल करने वाले सशस्त्र समूहों ने जगह पर कब्ज़ा करने की कोशिश की। सीआरपीएफ द्वारा की गई त्वरित जवाबी कार्रवाई के कारण हताहतों की संख्या कम हुई, लेकिन कुछ निर्दोष लोगों की जान चली गई।

उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों को सीआरपीएफ के प्रयासों की सराहना करनी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम द्वारा सोशल मीडिया पर किए गए एक विवादास्पद पोस्ट पर भी अपनी प्रतिक्रियाएं दी। उन्होंने मौजूदा संकट के लिए कांग्रेस पार्टी को दोषी ठहराया और कांग्रेस पर पी चिदंबरम के गृह मंत्री के कार्यकाल के दौरान 2008 में हस्ताक्षरित एक समझौते के तहत विदेशियों को राज्य में प्रवेश करने की अनुमति देने का आरोप लगाया। बीरेन सिंह ने कहा कि सरकार ने अवैध विदेशी समूहों को भारती की धरती पर काम करने से रोकने के लिए कई कारगर कदम उठाए हैं।

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