
नई दिल्ली। अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस चार दिवसीय यात्रा पर भारत पहुंच चुके हैं। उनके साथ उनकी पत्नी उषा वेंस, बच्चे और अमेरिकी प्रशासन के अन्य वरिष्ठ सदस्य भी हैं। उनका एयरफोर्स-2 विमान दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर लैंड कर गया है। केंद्रीय मंत्री अश्विन वैष्णव ने उनका स्वागत किया। आज उनकी मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से होने वाली है।
यह जेडी वेंस की भारत की पहली यात्रा है, जो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत सहित लगभग 60 देशों के खिलाफ टैरिफ व्यवस्था लागू करने के बाद हो रही है। उपराष्ट्रपति वेंस इटली के दौरे के बाद भारत पहुंचे हैं। यह यात्रा 21 से 24 अप्रैल तक चलेगी।
उपराष्ट्रपति वेंस और प्रधानमंत्री मोदी के बीच अर्थव्यवस्था, व्यापार और भूराजनीतिक संबंधों पर बातचीत होगी। इस यात्रा को राष्ट्रपति ट्रंप के प्रशासन द्वारा एक महत्वपूर्ण राजनयिक मिशन के रूप में देखा जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, बैठक में प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते को जल्द अंतिम रूप देने के साथ साथ दोनों देशों के संबंधों को और बेहतर बनाने के तरीकों पर चर्चा की जाएगी।
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली भारतीय टीम में विदेश मंत्री एस. जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश सचिव विक्रम मिसरी और अमेरिका में भारतीय राजदूत विनय मोहन क्वात्रा शामिल होंगे।
विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “भारत की अमेरिका के साथ व्यापक रणनीतिक वैश्विक भागीदारी है और इस तरह की उच्च स्तरीय यात्रा के दौरान सभी महत्वपूर्ण एवं प्रासंगिक मुद्दों पर चर्चा की जाती है।”
दिल्ली के अलावा, वेंस और उनका परिवार जयपुर और आगरा भी जाएंगे। भारत की यात्रा से पहले, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सवाल उठाया है कि क्या प्रधानमंत्री मोदी भारतीय नागरिकों की निर्वासित करने के तरीकों, विश्व व्यापार संगठन में निहित बहुपक्षीय नियम-आधारित व्यापार प्रणाली के “पूर्ण विनाश”, पेरिस समझौते तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन से अमेरिका के हटने पर भारत की चिंताओं को उजागर करेंगे।
उन्होंने यह भी पूछा कि क्या भारतीय छात्रों को अमेरिका में डर के माहौल में रहने के लिए मजबूर किए जाने के मुद्दे पर भी चर्चा होगी।