
नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम के अस्पताल स्वामी दयानंद अस्पताल परिसर में पैरामेडिकल और नर्सिंग स्टाफ ने सांकेतिक हड़ताल कर अपनी नाराजगी जताई है। अस्पताल परिसर में स्टाफ का कहना है कि अस्पताल परिसर में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, लेकिन पिछले कई वर्षों से स्टाफ की संख्या बढ़ नहीं पाई है, जिस कारण अस्पताल परिसर में मरीजों को सही से समय पर उपचार नहीं मिल पा रहा है। अस्पताल परिसर में रोजाना करीब 32-3500 से अधिक मरीज इलाज कराने के लिये ओपीडी में पहुंच जाते हैं, जिससे मौजूदा स्टाफ पर अतिरिक्त बोझ पड़ जाता है।
इस दौरान नर्सिंग एसोसिएशन अध्यक्ष ने हिदायत दी है कि अगर इस मुद्दे पर नगर निगम विभाग द्वारा जल्द ही ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो मजबूरन पूर्ण हड़ताल करेंगे, उन्होंने कहा कि स्टाफ स्ट्रेंथ बढ़ाए बिना हालात सुधरने वाली नहीं हैं। यह सिर्फ स्टाफ की ही नहीं बल्कि अन्य मरीजों के जीवन से जुड़ा सवाल है। अस्पताल परिसर में विभागीय कार्यभार और मरीजों की संख्या हर साल बढ़ रही है, लेकिन भर्ती रुकी हुई है, जिससे चलते नर्सिंग स्टाफ पर काम का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है, साथ ही सेवाओं की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है।
अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. नरोत्तम दास ने कहा कि अस्पताल परिसर में स्टाफ की कमी-वैसी के कारण मरीजों और डॉक्टरों को परेशानियो का सामना करना पड़ता हैं। आय-दिन स्टाफ रिटायर होते रहते हैं, लेकिन अस्पताल परिसर में स्टाफ को बढ़ाया नहीं जा रहा हैं, लेकिन फिर स्टाफ दिन-रात एक कर मरीजों की देखभाल में लगे हुए हैं। अस्पताल परिसर में करीबन 150 स्टाफ कार्यरत हैं, जबकि 150 से अधिक स्टाफ की आवश्यकता है।
इस अस्पताल परिसर में स्टाफ की कमी को दूर करने के लिए निगम के अपर अधिकारियों, मेयर और स्थाई समिति अध्यक्ष को अवगत कराया जा चुका है। अपर अधिकारियों, मेयर और स्थाई समिति अध्यक्ष द्वारा आश्वासन मिला है कि अस्पताल परिसर में तमाम समस्याओं का बहुत जल्द समाधान किया जाएगा।
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