गज़ब हैं नेता जी : आलमनगर से दो-दो सिंबल पर मैदान में उतरे नवीन कुमार, जानें क्या है पूरा मामला

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में महागठबंधन के भीतर सीट बंटवारे के उलझे पेंच ने एक अनोखा मामला जन्म दिया है. आलमनगर विधानसभा सीट से उम्मीदवार नवीन कुमार ने दो अलग-अलग पार्टियों के सिंबल पर नामांकन दाखिल कर दिया. यह घटना पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गई है और चुनाव आयोग के सामने भी जटिल स्थिति खड़ी कर दी है.

आलमनगर सीट से उम्मीदवार बनने वाले नवीन कुमार ने पहले राष्ट्रीय जनता दल (RJD) का टिकट लिया और बाद में विकासशील इंसान पार्टी (VIP) का सिंबल भी प्राप्त कर दोबारा नामांकन किया. इस घटना ने बिहार की राजनीतिक दुनिया में एक नया मोड़ पेश किया है. आम तौर पर गठबंधन के भीतर दो उम्मीदवार एक ही सीट पर नहीं उतरते, लेकिन इस बार गठबंधन की सीट शेयरिंग में अंतिम समय की अदला-बदली ने इस स्थिति को जन्म दिया. 

कौन हैं नवीन कुमार?

नवीन कुमार उर्फ नवीन निषाद आलमनगर विधानसभा सीट से महागठबंधन के उम्मीदवार हैं. उन्होंने 2020 के विधानसभा चुनाव में RJD के टिकट पर हिस्सा लिया था और 73,837 वोट प्राप्त कर दूसरा स्थान हासिल किया था. उनके सामने उस चुनाव में JDU के नरेंद्र नारायण यादव जीत दर्ज कर चुके थे. नवीन कुमार इस बार भी गठबंधन के आदेशों के मुताबिक नामांकन दाखिल कर रहे हैं और दोनों पार्टियों के नेतृत्व के अंतिम निर्णय का इंतजार कर रहे हैं.

अंतिम समय में हुई अदला-बदली

जैसा कि सीट शेयरिंग में अंतिम दौर की चर्चाओं में आलमनगर सीट VIP के खाते में चली गई, नवीन कुमार को नामांकन के अंतिम दिन पता चला कि वे VIP उम्मीदवार हैं. पहले RJD ने उन्हें अपना उम्मीदवार घोषित किया था, लेकिन सीट अंततः VIP को दी गई. VIP के जिलाध्यक्ष ब्रह्मदेव सहनी ने भी कहा कि आलमनगर में मतदाताओं का झुकाव अक्सर स्थानीय मुद्दों और उम्मीदवारों की छवि पर निर्भर करता है.

क्या बोले नवीन कुमार?

मीडिया से बात करते हुए नवीन कुमार ने कहा, “पार्टी का जो आदेश हुआ, मैंने उसका पालन किया है, जिसके कारण दो बार नामांकन करना पड़ा. आगे भी पार्टी के आदेश का ही पालन करूंगा.” आलमनगर सीट पर पहले चरण में मतदान होना है और अभी नामांकन वापस लेने की गुंजाइश भी बनी हुई है. माना जा रहा है कि महागठबंधन में अंतिम सीट बंटवारे के तहत किसी एक पार्टी द्वारा उन्हें समर्थन वापस लेने का आदेश मिल सकता है. 

आलमनगर सीट का कैसा रहा है इतिहास?

आलमनगर विधानसभा सीट मधेपुरा जिले के अंतर्गत आती है और सामान्य श्रेणी की सीट है. यह विधानसभा क्षेत्र सामाजिक और राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है. 2020 में नरेंद्र नारायण यादव (JDU) ने सातवीं बार जीत दर्ज की थी. वे लगातार इस सीट से विजयी होकर क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत कर चुके हैं. इस बार भी जदयू ने उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया है.

सीट की राजनीतिक और सामाजिक स्थिति

आलमनगर विधानसभा क्षेत्र सहरसा, खगड़िया, भागलपुर, नवगछिया, कटिहार और पूर्णिया जिलों के निकट होने के कारण राजनीतिक रूप से विविधता से भरा है. यह सीट न केवल उम्मीदवारों की लोकप्रियता बल्कि गठबंधन समीकरणों और स्थानीय मुद्दों के लिहाज से भी निर्णायक मानी जाती है. इस बार की अनोखी स्थिति ने बिहार चुनाव की राजनीति को और जटिल बना दिया है. 

कौन पार्टी देगी समर्थन?

नवीन कुमार ने दोहरी पार्टी नामांकन कर महागठबंधन की सीट शेयरिंग की जटिलता को उजागर कर दिया है. अब चुनाव आयोग और गठबंधन के नेताओं के फैसले का इंतजार है कि आखिर कौन सा टिकट उन्हें समर्थन देगा. यह मामला इस चुनाव की राजनीति में अनोखा अध्याय बन गया है, जिसे पूरे बिहार की राजनीति की निगाहों से देखा जा रहा है.

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें