
Kathmandu : व्यावसायिक वीज़ा पर नेपाल में रहते संदिग्ध गतिविधि संचालित करने के आरोप में चार चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है। अध्यागमन विभाग के प्रवक्ता टीकाराम ढकाल के अनुसार, शुक्रवार को एक महिला तथा तीन पुरुषों को गिरफ्तार किया गया। उन्हें काठमांडू के सोह्रखुट्टे क्षेत्र से नियंत्रण में लिया गया। यह स्थान बड़ी संख्या में चीनी नागरिकों के रहने के कारण ‘चाइनीज हाउजिंग’ नाम से भी जाना जाता है।
गिरफ्तार चीनी नागरिकों के पास व्यावसायिक वीज़ा होने के बावजूद वे अपने व्यवसाय, कंपनी के नाम और उससे संबंधित किसी भी जानकारी का विवरण प्रस्तुत करने में असमर्थ पाए गए। प्रारंभिक जाँच में यह खुलासा हुआ है कि ये लोग आर्थिक रूप से कमजोर नेपाली युवतियों को नौकरी का प्रलोभन देकर सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म टिकटक पर वीडियो बनाने के लिए प्रेरित करते थे तथा टिकटक के माध्यम से अन्य चीनी नागरिकों से मित्रता कर विवाह करवाने की कोशिश करते थे।
अध्यागमन विभाग ने जानकारी दी कि कुछ युवतियों को चीन ले जाकर विवाह कराने के बहाने चीन भी भेजा गया था। इसके अतिरिक्त, घर किराए पर लेकर नेपाली युवतियों को रखा जाता था और उन्हें विभिन्न देशों में ले जाया जाता था। नियंत्रण में लिए गए दो व्यक्तियों के बारे में यह भी पता चला है कि वे पिछले 10 वर्षों से नेपाल में पर्यटक, छात्र और व्यावसायिक वीज़ा पर रह रहे थे। वीज़ा जाँच के दौरान वे पासपोर्ट और वीज़ा प्रस्तुत करने में विफल रहे तथा अध्यागमन और सुरक्षा अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार भी किया।
नेपाल के अध्यागमन कानून के अनुसार, विदेशियों के प्रवेश, उपस्थिति और प्रस्थान से संबंधित कागजातों की जाँच किसी भी समय और स्थान पर की जा सकती है तथा आवश्यकता पड़ने पर उन्हें हिरासत में लिया जा सकता है। अध्यागमन नियमावली के तहत विदेशी नागरिक जिस उद्देश्य के लिए वीज़ा प्राप्त करता है, उसके अतिरिक्त किसी अन्य गतिविधि में संलग्न नहीं हो सकता।
अवैध रूप से नेपाल में रहने वाले ऐसे विदेशी नागरिकों पर जाँच उपरांत महानिदेशक द्वारा 50 हजार रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है तथा अवधि निर्धारित कर या बिना अवधि निर्धारित किए निष्कासन किया जा सकता है, जिससे उन्हें नेपाल में पुनः प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।















