लखनऊ। बिना मास्क और अन्य उपकरण के सीवर सफाई करने गए दो कर्मचारियों की दम घुटने से मौत हो गई। लखनऊ के सआदतगंज इलाके में सफाई के लिए तीन कर्मचारी लगाए गए। इसमें करन और पूरन की दम घुटने से मौत हो गई। वहीं एक कर्मचारी को स्थानीय लोगों ने सुरक्षित निकाल लिया है।
तीनों को ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया गया
तीनों को ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया गया। स्थिति यह थी कि मौके पर एंबुलेंस या कोई गाड़ी तक उपलब्ध नहीं था तो पुलिस की मदद से स्थानीय लोगों ने बाइक से सभी को अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों से दो लोगों को मृत घोषित कर दिया जबकि एक कर्मचारी का इलाज चल रहा है। बताया जा रहा है कि उसकी स्थिति खतरे बाहर वाली है। हालांकि डॉक्टर अभी कुछ भी बताने से बच रहे हैं।
सीवर और सफाई कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर से विभागीय लापरवाही सामने आई है। शहर में सीवर व्यवस्था ठीक हो इसके लिए कार्यदायी संस्था को पूरा काम दे दिया गया था। उस समय सदन में दलील दी गई थी कि यह संस्था आधुनिक तरीके से काम कराएगी। सुरक्षा के सभी मानक उपलब्ध कराए जाएंगे लेकिन मानक तो दूर की बात है उनको मास्क तक नहीं दिया गया था।
घटना पर सीवर कर्मचारियों ने जताया विरोध
इस घटना के बाद सीवर कर्मचारियों ने विरोध जताया है। लोगों का आरोप है कि जलकल की तरफ से कभी भी नियमों का पालन नहीं किया जाता है। इसको लेकर कई बार शिकायत की गई लेकिन उसके बाद भी इसका पालन नहीं किया जाता है। थाना सआदतगंज के गुलाब नगर क्षेत्र थानाध्यक्ष ब्रजेश कुमार यादव ने बताया कि दो कर्मचारियों की मौत हो चुकी है। मामले में जांच चल रही है। इसको लेकर बात की जाएगी।
कर्मचारियों की मौत पर बोली मेयर
सीवर सफाई के दौरान 2 कर्मियों की मौत पर महापौर संयुक्ता भाटिया ने दुःख जताया है। उन्होंने घटना की जांच के निर्देश दिए हैं। सेफेटी इक्विपमेंट न देने के जिम्मेदार पर एफआईआर भी दर्ज होगी। साथ ही हताहत सफाई कर्मियों के परिवारीजनों को स्वेज इंडिया द्वारा मुआवजा दिए जाने के भी निर्देश महापौर ने दिए है।
कई लोग हो चुके है इस घटना के शिकार
15 जून 2019 को चिनहट के डीपी बोरा पेट्रोल पंप के पास अयोध्या रोड पर सर्विस लेन पर स्थित सीवर चैंबर की सफाई करने उतरे दो युवकों की मौत हुई थी। उस समय भी युवकों को सीवर से निकालने में पुलिस को तीन घंटे लगे थे। सहाबुद्दीन (24) और रेबुल (26) की तब मौत हुई थी। अंदर गैस होने के कारण दम घुटने से यह मौत हुई थी।