
Mumbai : बॉलीवुड एक्टर नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी अपने वर्सटाइल और दमदार अभिनय के लिए पहचाने जाते हैं। छोटे-छोटे किरदारों से करियर शुरू करने वाले नवाज़ आज लीड रोल में भी दर्शकों को लंबे समय से प्रभावित कर रहे हैं। हाल ही में उन्होंने अपने अभिनय के तरीके और किरदारों से जुड़ी चुनौतियों पर खुलकर बात की।
किरदार से निकल पाना मेरे लिए आसान नहीं
नवाज़ुद्दीन ने कहा कि वे चाहते हैं कि उनके भीतर भी बाकी एक्टर्स की तरह ‘ऑन-ऑफ का बटन’ होता। उन्होंने बताया कि कई कलाकार सीन खत्म होते ही अपने किरदार से बाहर आ जाते हैं, लेकिन उनके साथ ऐसा नहीं होता। उनका किरदार दिमाग के किसी न किसी कोने में बना रहता है और उसे भूलने में समय लगता है। उन्होंने कहा, “काश मैं भी शूट खत्म होते ही नॉर्मल हो पाता।”
फिल्मी दुनिया से गहरा लगाव
एक्टर ने यह भी स्वीकार किया कि उन्हें असल दुनिया की तुलना में फिल्मी दुनिया में रहना ज्यादा पसंद है। कई बार लगातार दो महीने तक शूटिंग चलती है और जब नया प्रोजेक्ट शुरू होता है, तो पुराने सेट और कहानी से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। यह उनके लिए अब एक आदत बन चुकी है।

‘रात अकेली है’ का प्रमोशन
नवाज़ुद्दीन इन दिनों नेटफ्लिक्स की फिल्म ‘रात अकेली है’ के प्रमोशन में व्यस्त हैं। यह फिल्म एक अमीर परिवार के मर्डर मिस्ट्री पर आधारित है, जहां एक ही रात में पूरा परिवार मारा जाता है और सिर्फ मीरा बंसल नाम की लड़की बचती है। नवाज़ फिल्म में इंस्पेक्टर जतिल यादव के किरदार में नजर आएंगे।
दमदार स्टार कास्ट
फिल्म में नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी के साथ चित्रांगदा सिंह, संजय कपूर, राधिका आप्टे, इला अरुण और रेवती अहम भूमिकाओं में दिखाई देंगे। 19 दिसंबर को नेटफ्लिक्स पर रिलीज होने वाली यह थ्रिलर फिल्म सस्पेंस से भरपूर है। नवाज़ुद्दीन के इन खुलासों से साफ है कि वे अपने हर किरदार को पूरी गंभीरता और समर्पण के साथ जीते हैं, यही बात उन्हें बाकी कलाकारों से अलग बनाती है।















