
नई दिल्ली : देश में छात्रों की मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं और बढ़ती आत्महत्या की घटनाओं को रोकने के लिए नेशनल टास्क फोर्स ने एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए एक नई वेबसाइट लॉन्च की है। यह वेबसाइट ntf.education.gov.in छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों और शैक्षणिक संस्थानों के लिए एक समर्पित प्लेटफॉर्म के रूप में काम करेगी, जिससे वे अपनी समस्याओं, सुझावों और अनुभवों को साझा कर सकेंगे। इस पहल का उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देना और आत्महत्या रोकने के उपायों को प्रभावी ढंग से लागू करना है।
इस नेशनल टास्क फोर्स की स्थापना सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर की गई है, जिसका नेतृत्व रिटायर जज और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस एस. रविन्द्र भट्ट कर रहे हैं। टास्क फोर्स में कुल 18 सदस्य शामिल हैं, जिनमें शिक्षा क्षेत्र के विशेषज्ञ, मनोवैज्ञानिक, प्रशासनिक अधिकारी और छात्र प्रतिनिधि शामिल हैं। 29 मार्च को हुई पहली बैठक के बाद से टास्क फोर्स ने विभिन्न उच्च शिक्षण संस्थानों, विशेषज्ञों और छात्रों से गहन परामर्श किया है तथा आत्महत्या रोकने से संबंधित कई रिपोर्टों का विश्लेषण किया है।
नई वेबसाइट पर अलग-अलग सेक्शन होंगे, जहां से संबंधित पक्ष ऑनलाइन सर्वे के माध्यम से अपनी राय दे सकेंगे। इससे टास्क फोर्स को व्यापक और सटीक जानकारी मिलेगी, जिससे वे प्रभावी नीतियां और रणनीतियां बना सकेंगे। इस वर्ष के अंत तक टास्क फोर्स अपनी अंतिम रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में सौंपेगी, जिसके आधार पर भारत के शिक्षा संस्थानों में मानसिक स्वास्थ्य सुधार के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
वेबसाइट लॉन्चिंग समारोह में जस्टिस रविन्द्र भट्ट के साथ-साथ शिक्षा मंत्रालय के उच्च शिक्षा विभाग के सचिव डॉ. विनीत जोशी, स्कूल शिक्षा सचिव संजय कुमार और कई वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। इस पहल को शिक्षा क्षेत्र में एक बड़ी सफलता माना जा रहा है, जो न केवल छात्रों की मानसिक सुरक्षा सुनिश्चित करेगी बल्कि उनके उज्जवल भविष्य की नींव भी मजबूत करेगी।
यह वेबसाइट न केवल आत्महत्या रोकने में मददगार साबित होगी, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने, तनाव कम करने और छात्रों को समय पर सहायता पहुंचाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। अभिभावक और शिक्षक इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर नजर रख सकेंगे और उन्हें सही समय पर मार्गदर्शन दे सकेंगे।
इस नई पहल से उम्मीद की जा रही है कि आने वाले वर्षों में छात्रों के बीच आत्महत्या की दर में उल्लेखनीय कमी आएगी और सभी के लिए सुरक्षित एवं सहायक शैक्षणिक माहौल सुनिश्चित होगा। इसलिए छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों से आग्रह है कि वे ntf.education.gov.in वेबसाइट का भरपूर उपयोग करें और इस मिशन का हिस्सा बनें।
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