
नैनीताल : जिला मुख्यालय नैनीताल में एक 12 वर्षीय बालिका के साथ दूसरे समुदाय के 65 वर्षीय बुजुर्ग व्यक्ति द्वारा दुष्कर्म की घटना के बाद शहर में सांप्रदायिक तनाव व्याप्त हो गया है। इस घटना के विरोध में बुधवार रात हिंदूवादी संगठनों के आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने समुदाय विशेष के लोगों की दुकानों में तोड़फोड़ और मारपीट भी की, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
बुधवार को हिंदूवादी कार्यकर्ताओं ने इसी घटना को लेकर जुलूस निकाला और कुमाऊं कमिश्नरी पहुंचकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा। घटना के विरोध में आज तल्लीताल और मल्लीताल व्यापार मंडलों के आह्वान पर नगर के सभी बाजार बंद रहे। कुछ विद्यालय भी बंद रहे और अन्य व्यावसायिक गतिविधियां भी ठप रहीं। शहर में वाहनों की आवाजाही भी कम रही। शहर में तनाव की स्थिति है, लेकिन पुलिस के नियंत्रण में है। नगर से बड़ी संख्या में सैलानी लौट चुके हैं और नगर की प्रमुख डीएसए कार पार्किंग भी लगभग खाली हो गयी है।
नगर में भारी संख्या में सुरक्षा कर्मी-पुलिस बल मौजूद हैं। समाचार लिखे जाने तक भी हिंदूवादी कार्यकर्ता जोरदार नारेबाजी व विरोध-प्रदर्शन जारी था। रात्रि में आरोपित के पुत्र द्वारा घटना में प्रयुक्त थार को गायब किये जाने के भी आरोप है। बताया जा रहा है कि थार को रात्रि में ही कालाढुंगी से आगे जाते देखा गया है।
नगर कोतवाल हेम चंद्र पंत ने बताया कि मामले में आरोपित 65 वर्षीय उस्मान ठेकेदार के विरुद्ध पॉक्सो अधिनियम एवं भारतीय न्याय संहिता की बलात्कार से संबंधित धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया है और उसे सुबह ही न्यायालय में पेश कर दिया गया है, जबकि पीड़ित बालिका का मेडिकल परीक्षण किया गया है। संयुक्त मजिस्ट्रेट वरुणा अग्रवाल ने बताया कि नगर में तेजी से स्थिति सामान्य हो रही है। चिंता की कोई बात नहीं है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, 12 वर्षीय पीड़िता अपनी मां एवं 15 वर्षीय बड़ी बहन के साथ नगर के एक क्षेत्र में आरोपित के घर के पास ही रहती है। जबकि आरोपित की स्वयं दो शादियां एवं एक चिकित्सक पुत्र सहित अन्य कई संतानें हैं। इधर आरोपित की मां कहीं बाहर गयी हुई थी और घर में दोनों बहनें थीं। इस दौरान आरोपित बच्ची को कभी 50 तो कभी 200 रुपये तक देकर उससे करीबी रिश्ता बनाता रहा और गत 12 अप्रैल को बच्ची को बहला-फुसलाकर अपने घर के गैराज में खड़ी लाल रंग की संभवतया थार कार में ले जाकर, बच्ची के शोर मचाने पर कपड़़ा ठूंसकर उसने बच्ची से जबरन दुष्कर्म किया। इससे बच्ची लहूलुहान भी हो गयी। आरोपित ने बच्ची को किसी को न बताने को लेकर धमकियां भी दीं। इस कारण बच्ची का स्वास्थ्य खराब हो गया। 23 अप्रैल को लौटने पर बच्ची को उसकी मां हल्द्वानी के चिकित्सालय में दिखाने के लिये ले गयी, जहां चिकित्सकों ने उसके साथ बलात्कार करने की बात कही। इस पर बच्ची की मां बच्ची को लेकर वापस नैनीताल आ गयी। इधर बुधवार को वह नगर की एक महिला अधिवक्ता के संपर्क में आयी और अधिवक्ता बच्ची व उसकी मां के साथ पुलिस कोतवाली पहुंची और शिकायत की। इस पर पुलिस ने आरोपित को हिरासत में ले लिया।
मामले की जानकारी लगने पर भाजपा सहित हिंदूवादी संगठनों के लोग पुलिस कोतवाली पर एकत्र हो गये और आरोपित को उनके हवाले करने की मांग करते हुए नारेबाजी करने लगे। लोगों का आक्रोश पुलिस कोतवाली के पास ही स्थित गाड़ी पड़ाव पर हाल के ही वर्षों में पूरी तरह से काबिज हुए समुदाय विशेष के लोगों की दुकानों पर भी फूट पड़ा और वहां तोड़फोड़ मारपीट की गयी।