
गाजियाबाद। मसूरी पुलिस ने एक परिवार के चेहरे पर खुशी लाने का कार्य किया जब परिवार का एक मासूम बच्चा परिवार से गुम हो गया और रोता हुआ नेशनल हाईवे मसूरी थाना क्षेत्र में घूम रहा था । इसी बीच मसूरी कस्बा चौकी इंचार्ज और उसकी टीम द्वारा बच्चों को थाने लाकर ट्रॉफी और खाने की चीज खिलाई गई और उससे प्यार से रोते हुए बच्चे को चुप किया और पूछा तो बच्चे ने रोते हुए अपना नाम पारस बताया औऱ पिता का नाम अंकित व माता का नाम नंदिनी बताया। हालांकि बच्चा अपने घर का पता नहीं बता पा रहा था। क्योंकि बच्चे की उम्र लगभग 4 वर्ष रही होगी। जानकारी के अनुसार बता दे की मसूरी थाना प्रभारी और उनकी टीम द्वारा लगातार जनता हित में कार्य किया जा रहे हैं । इसकी बानगी देखने को मिली। जब एक चार वर्षीय मासूम बच्चा सड़क पर रो रहा था। तभी चौकी प्रभारी उत्तम चौधरी और उनकी टीम द्वारा बच्चों को रोते हुए चुप किया गया और चौकी पर लाकर बैठाया गया और सोशल मीडिया पर फोटो डालकर उसके परिवार की पहचान कराई जा रही थी। हालांकि इसमें सफलता मिली और सोशल मीडिया पर डाले फोटो के बाद बच्चों के माता-पिता थाने पहुंचे और पुलिस की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए पुलिस का धन्यवाद दिया एसीपी लिपि नगायच ने जानकारी देते हुए बताया कि मसूरी पुलिस की अच्छी पहल थी कि जब एक चार वर्षीय मासूम बच्चा सड़क पर रो रहा था तो उसे थाने लाकर चुप किया गया और बच्चे के पिता और माता की जानकारी ली गई। जानकारी प्राप्त करने पर पता चला कि 4 वर्षीय मासूम बच्चा पारस उसके पिता अंकित और माता नंदिनी मूल रूप से बिहार के रहने वाले है और खिचरा जनपद हापुड की एक फैक्ट्री में कार्य करते है और किसी तरह बच्चा घर से निकलकर मसूरी पहुंच गया। मासूम को परिवार के सुपुर्द किया गया है । पुलिस की परिवार जमकर प्रशंसा करते हुए धन्यवाद दे रहा है। मसूरी पुलिस की एक अच्छी पहल।